Collectors’ Suffering : दो जिलों के कलेक्टरों की अंतहीन व्यथा!

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Collectors’ Suffering : दो जिलों के कलेक्टरों की अंतहीन व्यथा!

Bhopal : प्रदेश के दो जिलों के कलेक्टर की अपनी अलग-अलग पीड़ा से परेशान हैं। दोनों की ही ऐसी पीड़ा है, जिसका हल आसान नहीं है। इनमें से एक है अनूपपुर की कलेक्टर सोनिया मीणा, इनके बारे में कहा जाता है कि वे है तो बहुत दबंग लेकिन दो मंत्रियों के बीच तालमेल नहीं होने से लगातार अनावश्यक दबाव झेलने से त्रस्त होकर लंबी छुट्टी पर चली गई है।

यहां की प्रभारी मंत्री मीना सिंह है। लेकिन, बताया गया है कि कांग्रेस छोड़कर आए बिसाहूलाल सिंह उन्हें काम नहीं करने दे रहे। ऐसी स्थिति में परेशान होकर कलेक्टर सोनिया मीणा लंबी छुट्टी पर चली गई। बताते हैं कि उन्होंने चीफ सेक्रेटरी को अपना ट्रांसफर किए जाने का अनुरोध भी किया है। सूत्रों की अगर मानें तो उन्होंने ट्रांसफर होने तक छुट्टी से वापस न लौटने का फैसला किया है।

दूसरी पीड़ा है मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा की। उन्होंने तबादले की आशंका में अपना सामान 1 महीने पहले ही मुरैना से भोपाल भिजवा दिया। लेकिन, अभी तक तबादला नहीं हुआ और सामान भी चला गया। उनके संभावित तबादले का मूल कारण वहां नगर निकाय चुनाव में भाजपा के मेयर उम्मीदवार की हार और कांग्रेस के ज्यादा पार्षदों का जितना माना जा रहा है।
ऐसी स्थिति में माना गया था कि वे सरकार के कोपभाजन का शिकार हो सकते हैं। प्रदेश के जिन 7 जिलों में भाजपा के मैयर उम्मीदवार हारे हैं, उन सभी कलेक्टरों को यह भय सता रहा है। यही सोचकर मुरैना कलेक्टर ने अपना सामान रवाना कर दिया था कि किसी भी दिन उनका ट्रांसफर आएगा और उन्हें जाना होगा। लेकिन, सामान तो ट्रांसफर हो गया, पर अभी उनकी रवानगी का आर्डर नहीं आया।

माना जा रहा है कि संभवतः इसी सप्ताह आने वाली प्रशासनिक फेरबदल की सूची में इन दोनों अधिकारियों के नाम देखने को मिले।