Indore : शातिर चोर एक प्राइवेट कार कंपनी ‘रुकमणी मोटर्स’ के यार्ड में खड़ीं 11 इको कारों के साइलेंसर चोर खोलकर ले गए। यह घटना कनाड़िया इलाके की है। इस बात का पता तब चला, जब एक कार की डिलीवरी देने के लिए वर्कर ने उसे स्टार्ट किया। देखा तो इस कार के अलावा और भी 10 कारों के साइलेंसर गायब थे।
पिछले कुछ महीने में इको कारों से साइलेंसर चोरी के मामले बढ़े हैं। यार्ड के मैनेजर सद्दाम के मुताबिक, इको कार में लगने वाले एक साइलेंसर की कीमत 78 हजार के लगभग आती है। इसमें प्लेटिनम मेटल यूज होता है। इसे निकालने के बाद चोर इसे बाजार में बेच देते है। चुराए गए 11 साइलेंसर की कीमत साढ़े आठ लाख रुपए है। इको कार के साइलेंसर में प्लेटिनम धातु का उपयोग होता है। इस वजह से इन कारों के साइलेंसर चोरी किए गए हैं। प्लेटिनम चांदी के ग्रे रंग जैसी धातु है। प्लेटिनम बहुत कम पाया जाने वाली महंगी धातु है। 10 ग्राम प्लैटिनम की कीमत 20 हजार से ज्यादा होती होती है। इसलिए इसे व्हाइट गोल्ड भी कहते हैं।
कनाड़िया थाने के एसआई के मुताबिक यह घटना टिगरिया राउ की है जहां रुक्मिणी मोटर्स का यार्ड है। कंपनी यहां नई कारों को लाकर रखती है। कंपनी के अधिकारी जितेंद्र मेहता ने बताया कि 3 सितंबर को उन्हें एक कार की डिलीवरी देना थी। एक दिन पहले रात में ही उन्होंने स्टाफ को टिगरिया राव कांकड़ स्प्रिंग वैली स्कूल के पीछे कनाडिया रोड के यार्ड में कार लेने भेजा। यहां से जब स्टाफ ने कार निकाली, तो गाड़ी ने स्टार्ट होने पर जोर से आवाज की। चेक करने पर उसका साइलेंसर गायब मिला।
गार्ड से पूछताछ, कैमरे बंद
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि यार्ड के सीसीटीवी कैमरे पहले से बंद हैं। साथ ही दो गार्ड के बदले एक ही गार्ड यहां ड्यूटी कर रहा है। पुलिस कंपनी के गार्ड और स्टाफ से पूछताछ कर रही है। आसपास के कैमरे भी तलाशे जा रहे हैं। संभवत: क्लेम को लेकर भी कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है।