Malnutrition Case : दो निलंबित,एक कर्मचारी सेवा से पृथक
Satna : सतना के सुरंगी टोला की सात साल की अतिकुपोषित आदिवासी बालिका मामले में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने महिला बाल विकास के तीन कर्मचारियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की। ये बच्ची अपनी नानी और मौसी के यहां रहती है।
इस मामले के सामने आने और CM के ट्वीट के बाद प्रशासन जागा और कार्रवाई की गई। एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया, दूसरी को कर्मचारी को सेवा से पृथक कर दिया गया और बाल विकास परियोजना चित्रकूट-1 की बाल विकास परियोजना अधिकारी भाग्यवती पांडेय को मुख्यालय में नहीं रहने, योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग एवं निगरानी नहीं करने और परियोजना क्षेत्र में ICDS की सेवाओं का उचित लाभ नहीं पहुंचाने के आरोप में कमिश्नर रीवा को निलंबन का प्रस्ताव भेजा है।
कुपोषण:बेचैन कर देने वाली यह तस्वीर सूडान इथोपिया की नहीं ,अपने मध्यप्रदेश के सतना जिले के एक गांव की है
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जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र की सुपरवाइजर तत्कालीन पर्यवेक्षक सेक्टर चित्रकूट-1 प्रीति पांडेय द्वारा क्षेत्र भ्रमण और हितग्राहियों के पोषण प्रबंधन के लिए पर्याप्त उपाय नहीं करने तथा विभाग की सेवाओं का सही पर्यवेक्षण नहीं करने पर कलेक्टर ने सुपरवाइजर प्रीति पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
सुरंगी टोला क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा पांडेय को आंगनवाड़ी क्षेत्र के बच्चों के समुचित पोषण नहीं कर पाने एवं ICDS की संदर्भ सेवाओं को पहुंचाने में लापरवाही करने पर तत्काल प्रभाव से पद से पृथक कर दिया गया है।
नगर परिषद वार्ड क्रमांक 13 के अंतर्गत आने वाले सुरंगी टोला आंगनवाड़ी क्षेत्र की 7 साल की गंभीर कुपोषित बालिका का वीडियो वायरल वीडियो प्रकाश में आने पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सेवाओं में कमी के फलस्वरुप महिला बाल विकास की तीन कर्मचारियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की है।
सात साल की सोमवती मवासी अतिकुपोषित है। उसकी हड्डियों से चमड़ी चिपक गई। हाथ पैर सूख गए और आंखें धंस गई है। परिजनों का कहना है कि उसे पोषण आहार और इलाज नहीं मिल रहा। जब इस बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया पर जब वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। इस बीच जब यह मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचा तो अफसरों ने तत्काल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद ट्वीट किया कि सोमवती के इलाज की व्यवस्था कलेक्टर को करने के निर्देश दिए गए।
बता दें कि इस मामले को सोमवार को ‘मीडियावाला’ ने भी उठाया था।