Platform Ticket : अब नहीं बढ़ेगी प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत, DRM से अधिकार वापस लिया!

रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को सर्कुलर जारी करके पुराना आदेश वापस लिया!

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Platform Ticket : अब नहीं बढ़ेगी प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत, DRM से अधिकार वापस लिया!

New Delhi : भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने शुक्रवार को मंडल रेल प्रबंधकों (DRM) से प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ाने का अधिकार वापस ले लिया। दिवाली और छठ पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाने पर आपत्ति जताए जाने के बाद इंडियन रेलवे ने 2015 में DRM को इस उद्देश्य के साथ यह ताकत दी थी, कि वे प्लेटफॉर्म टिकटों की कीमतें बढ़ाने पर निर्णय लें कि केवल आवश्यक यात्री ही स्टेशन पर पहुंचें और त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ न हो।

रेलवे के नए फैसले से अब त्योहारों पर डीआरएम प्लेटफॉर्म के टिकटों के रेट्स नहीं बढ़ा सकेंगे, जिससे लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को सर्कुलर जारी करते हुए कहा कि रेलवे मंत्रालय ने मंडल रेल प्रबंधकों (DRM) को विशिष्ट आवश्यकताओं जैसे मेला, रैली आदि के दौरान प्लेटफॉर्म पर भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म टिकट की दर तय करने के लिए शक्तियां सौंपी थीं। इसकी समीक्षा की गई है और यह निर्णय लिया गया है कि प्लेटफॉर्म टिकट की दर तय करने के लिए डीआरएम को दी गई शक्ति को तत्काल प्रभाव से वापस लिया गया माना जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, तत्कालीन डीआरएम को पावर देने का फैसला इसलिए लिया गया था, ताकि संबंधित डीआरएम स्थानीय त्योहारों की तरह जब भी जरूरत हो, फैसले ले सकें। यह फैसला उत्तर रेलवे (NR) द्वारा 14 रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों को 50 से 10 रुपए तक बहाल करने के एक दिन लिया गया है।

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भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए उत्तर, दक्षिण और पश्चिम रेलवे के अलावा कई स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत में भी वृद्धि की गई थी। पश्चिम रेलवे ने अक्टूबर के अंत तक मुंबई सेंट्रल, दादर, बोरीवली, बांद्रा टर्मिनस, वापी, वलसाड, उधना और सूरत में प्लेटफॉर्म टिकट की दर 50 रुपए तक बढ़ा दी थी। दक्षिण रेलवे ने भी प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों में रुपये से बढ़ोतरी की थी।