जिम्बाब्वे भी खतरनाक, भारत को करा चुका है हार का दीदार

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 जिम्बाब्वे भी खतरनाक, भारत को करा चुका है हार का दीदार

मेलबर्न: भारत को ग्रुप 2 में टॉप पर रहने के लिए जिंबाब्वे के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। यह मुकाबला आज मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इससे पहले यहां टीम इंडिया ने पहला मैच खेलते हुए पाकिस्तान को चार विकेट से हराया था। फिर उसी पाकिस्तानी टीम को जिम्बाब्वे ने भी मात दी थी। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा और उनकी पूरी टीम जिम्बाब्वे को हल्के में लेने की गलती नहीं करेगी। वहीं इस मैच में खुद कप्तान रोहित शर्मा भी बड़ी पारी खेलने की कोशिश करेंगे जो अभी तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं।

आंकड़ों की बात कर लें तो दोनों टीमों के बीच यह टी20 इंटरनेशनल में 8वीं भिड़ंत होगी। इससे पहले कुल सात बार दोनों टीमों का आमना-सामना हुआ है। टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम पहली बार जिम्बाब्वे से भिड़ेगी और छह साल बाद ऐसा मौका होगा जब टीम इंडिया इस टीम के सामने होगी। आखिरी बार भारत ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच खेला था जिसमें टीम को बेहद मुश्किल से 3 रनों की जीत मिली थी। एक और खास बात यह भी है कि भारत ने अभी तक पिछले सातों टी20 इंटरनेशनल जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में ही खेले थे। पहली बार दोनों टीमें न्यूट्रल वेन्यू पर खेलेंगी।

दो बार मिली भारत को हार
जिम्बाब्वे की टीम अपने समय की एक अच्छी टीम रही है। आज के दौर में भी यह टीम उलटफेर करने के लिए जानी जाती है। जिम्बाब्वे ने क्वालीफाइंग राउंड से सुपर 12 में जगह बनाई थी। वहीं दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज जैसी टीम बाहर हो गई थी। फिर सुपर 12 में इस टीम ने पाकिस्तान को हराकर सभी को चौंका दिया था। ऐसे में भारत को भी सावधान रहना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि 2015 और 2016 में क्रमश: एमएस धोनी और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया जिम्बाब्वे से हार चुकी है।

भारत की बल्लेबाजी इन दिनों उसकी मजबूती है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में बेहतर कंडीशन मिलते ही गेंदबाजों ने भी कमाल करना शुरू कर दिया है। टॉप ऑर्डर की बात करें विराट कोहली बेहतरीन फॉर्म में है जबकि केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ियों ने भी शानदार पारियां खेली हैं। हालांकि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अभी तक लंबी पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक चार मैचों में केवल 74 रन बनाए हैं। वह अब ऐसे मैदान पर उतरेंगे जिसमें उन्होंने कुछ यादगार पारियां खेली हैं। नीदरलैंड के खिलाफ मैच (39 गेंदों पर 53 रन की पारी) को छोड़ दिया जाए तो बाकी मैचों में वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं।

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) दो सप्ताह पहले भारत और पाकिस्तान के मैच तथा विराट कोहली की लाजवाब पारी का गवाह बना था लेकिन जिंबाब्वे के खिलाफ मैच भी कम महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि इससे भारत का अंतिम चार में पहुंचने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस संदर्भ में देखा जाए तो जिंबाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। वह क्रेग एर्विन की अगुआई वाली जिम्बाब्वे की टीम के खिलाफ भारतीय टीम जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी। जिंबाब्वे ने टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत की थी लेकिन वह आगे अपनी लय को बरकरार नहीं रख पाया था।

कमजोरियों-मजबूतियों की बात
जिम्बाब्वे के बल्लेबाज अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और भारतीय आक्रमण के सामने उनके लिए रन बनाना आसान नहीं होगा। क्योंकि भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह और मोहम्मद शमी बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं। भारतीय आक्रमण में रविचंद्रन अश्विन ही ऐसे गेंदबाज हैं जो अभी तक खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं। भारतीय टीम ने अभी तक अपनी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव नहीं किया है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ अक्षर पटेल को बाहर किया गया था क्योंकि उनकी टीम में बाएं हाथ के अधिक बल्लेबाज हैं। जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी क्रम में क्रेग एर्विन, सीन एर्विन, रयान बर्ल और सीन विलियम्स जैसे खिलाड़ी हैं और ऐसे में संभावना है कि भारतीय टीम प्रबंधन दीपक हुड्डा को एक और मौका दे सकता है। भारत के सामने हालांकि सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान में जन्में सिकंदर रजा पेश कर सकते हैं जो अभी बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। एक अन्य विकल्प हर्षल पटेल को भी आजमाया जा सकता है।