बोर्ड ने अपनाया इंग्लैंड का फॉर्मूला, रोहित शर्मा पर गिरने वाली है गाज!

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बोर्ड ने अपनाया इंग्लैंड का फॉर्मूला, रोहित शर्मा पर गिरने वाली है गाज!

मुंबई : स्प्लिट कैप्टेंसी, यानी खेल के हर फॉर्मेट में अलग अलग कप्तान, भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यह मांग पहले भी कुछ मौकों पर की गई है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हर बार उन्हें किनारे लगा दिया। अब नई सेलेक्शन कमिटी के सामने सबसे बड़ा काम यही रखा गया है। चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति के बर्खास्त होने के बाद आने वाली नई कमिटी को सबसे पहले हर फॉर्मेट के लिए टीम इंडिया के अलग अलग कप्तान का चयन करना होगा।

टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के निराशाजनक अभियान के बाद से तमाम दिग्गज स्प्लिट कैप्टेंसी की डिमांड कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमें लंबे वक्त से रेड और व्हाइट बॉल क्रिकेट के लिए अलग-अलग कप्तानों को नियुक्त करते रहे हैं। अब बीसीसीआई भी इस ओर बढ़ती नजर आ रही है। नई सेलेक्शन कमिटी के लिए बीसीसीआई ने आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसकी आखिरी तारीख 28 नवंबर है।

सेलेक्शन कमिटी के क्वालीफिकेशन प्रोसेस में बदलाव नहीं

सेलेक्शन कमिटी में शामिल होने के क्वालीफिकेशन की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बीसीसीआई के ऐलान के मुताबिक चयन समिति का सदस्य बनने के लिए कम से कम 7 टेस्ट मैच या 30 फर्स्ट क्लास मैच,या फिर 100 वनडे इंटरनेशनल और 20 फर्स्ट क्लास मैच खेलने का अनुभव होना चाहिए। उस व्यक्ति का क्रिकेट से कम से कम 5 साल पहले रिटायर होना भी अनिवार्य है। अगर कोई शख्स किसी भी क्रिकेट कमिटी का 5 साल तक सदस्य रहा है तो वह चयन समिति का सदस्य नहीं बन सकता।  Image

रिपोर्ट के मुताबिक, अगली चयन समिति के सामने पहला असाइनमेंट टीम इंडिया के लिए हर फॉर्मेट के लिए अलग अलग कप्तान चुनने की होगी। मौजूदा हालात को देखते हुए, इसका मतलब यह हो सकता है रोहित शर्मा को टी20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़नी पड़ सकती है। वह टेस्ट और वनडे के लिए टीम इंडिया के कप्तान बने रह सकते हैं पर टी20 वर्ल्ड कप 2022 की नाकामी के बाद उनका इस फॉर्मेट का कप्तान बने रहना मुनासिब नहीं लगता। ऐसे में पंड्या के हाथ में टी20 टीम की कप्तानी का आना लगभग तय माना जा रहा है :