PF बैलेंस चेक करने के चक्कर में एक शख्स को पूरे 1.23 लाख रुपये की चपत लग गई। अगर आप भी समय-समय पर अपना पीएफ अकाउंट चेक करते रहते हैं, तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। आपके लिए ये जानना जरूरी है कि आखिर इस शख्स ने क्या गलती कर दी थी ताकि आप उसे न दोहराए।
दरअसल, इस शख्स ने अपना पीएफ बैलेंस चेक करने के लिए गलत तरीका चुन लिया था। अब सवाल ये उठता है कि आखिर आप अपना PF बैलेंस कैसे चेक करते हैं? तो बता दें कि, EPFO मेंबर्स कई तरीकों से पीएफ बैलेंस चेक कर सकते हैं। इसके लिए वे ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट, उमंग ऐप, SMS सर्विस आदि पर जा सकते हैं। हालांकि, आपको SMS या मिस्ड कॉल के माध्यम से अपना पीएफ बैलेंस चेक करते समय थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि आपको उस नंबर के बारे में सुनिश्चित होना चाहिए जो आप टाइप कर रहे हैं। लेकिन आखिर 47 साल के इस शख्स को PF Balance चेक करते समय 1.23 लाख रुपये की चपत कैसे लगी। चलिए डिटेल में जानते हैं क्या है मामला…
दरअसल ये शख्स एक निजी कंपनी के लिए एक मुनीम के रूप में काम करता है और अपने पीएफ बैलेंस चेक करने के लिए ईपीएफओ के हेल्पलाइन नंबर के लिए इंटरनेट ब्राउज कर रहा था जब वह एक फर्जी हेल्पलाइन नंबर पर आया। फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, हेल्पलाइन नंबर के रूप में इंटरनेट पर लिस्टेड फर्जी नंबर ने उसकी मदद करने के बहाने उसे रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया और 14 अलग-अलग ट्रांजैक्शन में 1.23 लाख रुपये लूट लिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स ने अपने फोन पर ईपीएफओ की वेबसाइट खोलने की कोशिश की, लेकिन वह लोड नहीं हुआ। इसके बाद उसने पीएफ के कस्टमर सर्विस नंबर के लिए इंटरनेट का सहारा लिया। हेल्पलाइन के अधिकारी ( जो कि फर्जी था) ने उसकी मदद करने के बहाने उससे अपने फोन पर रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करने को कहा। उस व्यक्ति ने फर्जी अधिकारी के साथ 9 अंकों का एक कोड भी शेयर किया। पुलिस ने कहा कि जालसाज ने उस व्यक्ति को पीएफ बैलेंस चेक करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रारंभिक भुगतान करने के लिए अपने ई-पेमेंट गेटवे सिस्टम में लॉग इन करने के लिए कहा। उस व्यक्ति ने निर्देशों का पालन किया और 14 ट्रांजैक्शन में 1.23 लाख रुपये गंवा दिए।
इसलिए, सभी ईपीएफओ मेंबर्स को सलाह दी जाती है कि वे इंटरनेट पर मौजूद नंबरों पर संपर्क न करें और किसी भी व्यक्ति को कुछ महत्वपूर्ण डिटेल्स प्रदान न करें। आप हमेशा EPFO की ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए डेटा का ही इस्तेमाल करें।