KISSA-A-IPS: Laxmi Singh: UP की पहली महिला पुलिस कमिश्नर, माफिया जिसके नाम से घबराते हैं 

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KISSA-A-IPS: Laxmi Singh: UP की पहली महिला पुलिस कमिश्नर, माफिया जिसके नाम से घबराते हैं 

भारतीय पुलिस सेवा की 2000 बैच की IPS अधिकारी लक्ष्‍मी सिंह को UP सरकार ने गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया है। वे नोएडा की पहली कमिश्‍नर होने के साथ UP में इस पद तक पहुंचने वाली पहली महिला अधिकारी हैं।

IPS लक्ष्मी सिंह अपने बैच की टॉपर रह चुकी हैं और अपने कामकाज के कारण कई बार विभिन्न मंचों पर सम्‍मानित हो चुकी हैं। इन्‍हें संगठित अपराध को काबू में करने का स्‍पेशलिस्‍ट माना जाता है।

लक्ष्मी सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा पुलिस अधिकारियों में से एक हैं।

2018 में उन्हें IG के पद पर प्रमोट किया गया था। ईमानदार अधिकारी की छवि के चलते ही साल 2019 में उन्हें राजधानी लखनऊ की जिम्मेदारी सौंपी गई। सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए संकटमोचक अधिकारी के तौर पर पहचानी जाती हैं। अभी तक उन्हें जितने भी केस उन्हें सौंपे गए, उसे उन्होंने तेजी से निपटाया।

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IPS लक्ष्मी सिंह जहां भी तैनात रही हैं, वहां वह अपराधियों के लिए सिरदर्द बनी।

IPS लक्ष्मी सिंह की गिनती UP के सबसे तेज-तर्रार अधिकारियों में होती है। अपराध नियंत्रण को लेकर इनकी कार्रवाइयां कई बार सुर्खियां भी बनी। लक्ष्‍मी सिंह इससे पहले पुलिस महानिरीक्षक (आईजी), लखनऊ रेंज के पद पर तैनात थी।

KISS-A-IPS: IPS Laxmi Singh: UP की पहली पुलिस कमिश्नर, माफिया जिसके नाम से घबराते हैं 

 *मैकेनिकल इंजीनियर से UPSC टॉपर* 

1974 में जन्मीं लक्ष्मी सिंह ने अपनी प्रतिभा का जलवा स्कूलिंग के समय से ही बिखेरना शुरू कर दिया था। लक्ष्मी सिंह ने 10वीं की परीक्षा में पूरे UP में दूसरी रैंक हासिल की थी। उन्होंने लखनऊ के लॉरेटो कॉन्वेंट से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल B Tech में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके बाद उन्होंने समाजशास्त्र से एमए की डिग्री हासिल की और UPSC की तैयारी शुरू कर दी।

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*ओवरऑल 33वीं रैंक हासिल की* 

सिविल सर्विसेज परीक्षा 2000 में इन्‍होंने ओवरऑल 33वीं रैंक हासिल की और IPS बैच की टॉपर रही। उन्हें सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान ‘बेस्ट प्रोबेशनर’ भी घोषित किया गया था। UP कैडर में काम करते हुए इन्‍होंने अपराध पर लगाम लगाने के लिए कई शानदार कार्य किए। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित IPS लक्ष्मी सिंह को बेहतर अधिकारी माना जाता है। इन्‍होंने पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (PTS) मेरठ का चार्ज भी संभाला था। उस समय इसे देश का नंबर वन संस्थान घोषित किया था। IPS लक्ष्मी सिंह को प्रधानमंत्री की तरफ से सिल्वर बेटन भी मिल चुका है।

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*संगठित अपराध को काबू करने की स्‍पेशलिस्‍ट* 

IPS लक्ष्मी सिंह को संगठित अपराध को काबू करने का जानकार माना जाता है। इन्‍होंने बतौर एसपी वाराणसी, चित्रकूट, गोंडा, फर्रुखाबाद, बागपत और बुलंदशहर में कार्य किया। इन जगहों पर संगठित अपराध पर काबू करते हुए अपराधियों और माफियाओं को जेल का रास्ता दिखाया। उन्होंने लोगों के साथ पुलिसकर्मियों की शिकायतों की सुनवाई कर समस्‍या का निवारण करने में भी ख़ास ध्‍यान दिया। लक्ष्मी सिंह अपने करियर में कई एनकाउंटर को लीड कर चुकी हैं। STF में DIG पद पर रहते हुए लक्ष्मी सिंह ने डकैत और दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कई कार्रवाई की। इनके कार्यशैली का पुलिस मॉडर्नाइजेशन में सराहना होती है।

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*पति भाजपा के विधायक* 

उनके पति राज राजेश्वर सिंह भी IPS रह चुके हैं। वे प्रवर्तन निदेशालय (ED) में भी अधिकारी थे। लेकिन, फ़िलहाल वे लखनऊ के सरोजिनी नगर सीट से विधायक हैं। 2022 में UP विधानसभा चुनाव से पहले राजेश्वर सिंह ने नौकरी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्हें स्वाति सिंह का टिकट काटकर सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था। राजेश्वर सिंह ने 54 हजार वोटों से चुनाव जीता।