Disgrace to City : एयरपोर्ट के सामने लोहे की चादर लगाना गलत!

यह इलाके में रहने वाले लोगों का अपमान, स्वच्छ शहर में क्या छुपाया जा रहा

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Disgrace to City : एयरपोर्ट के सामने लोहे की चादर लगाना गलत!

Indore : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इंदौर के विमानतल के सामने नगर निगम के द्वारा लोहे की चद्दर की दीवार बनाए जाने के फैसले का विरोध किया है। यह फैसला क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों का अपमान है। शुक्ला ने कहा कि सरकार के द्वारा 8 से 10 जनवरी तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनिया के कई देशों में रहने वाले भारतीय नागरिक इंदौर आएंगे। इन नागरिकों को ‘फील गुड’ कराने के लिए इंदौर नगर निगम कई काम करवा रहा है। लेकिन, शहर के विकास के नाम पर ऐसे काम लोगों को अपमानित करने वाले है। विधायक ने यह भी कहा कि जब इंदौर लगातार 6 बार स्वच्छता में देश में अव्वल रहा है और इस दिशा लगातार काम भी हो रहा है, तो फिर लोहे की चादर के पीछे क्या छुपाने की कोशिश की जा रही है।

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कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति अहमदाबाद की यात्रा पर आ रहे थे। तब वहां पर ऐसी ही व्यवस्था करते हुए लोहे की चादर से वहां दीवार बना दी गई थी। तब इसके पीछे मकसद यह था कि देश की खराब स्थिति विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के सामने नहीं जाए। इस समय प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए कोई अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं आ रहा। हमारे देश के ही विदेशों में बसे लोग और देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में यहां पर दीवार बनाना उचित नहीं है। यह 6 साल से देश के सबसे स्वच्छ शहर के नागरिकों का अपमान भी है।

शुक्ला ने कहा कि नगर निगम ने एयरपोर्ट के सामने लोहे की चादर की दीवार बनाने का फैसला इसलिए लिया कि वहां रहने वाले लोगों को छुपाया जाए। आने वाले विदेशी अतिथियों की नजर कहीं सामने रहने वाले लोगों पर न पड़े। निगम का यह फैसला न केवल गलत है, बल्कि वहां रहने वाले लोगों का सरासर अपमान भी है।

उन्होंने कहा कि जनता को इस तरह से जलील करने का सिलसिला बंद किया जाना चाहिए। शुक्ला ने कहा कि विमानतल के भवन के सामने लगी इंदौर की ऐतिहासिक इमारत राजवाड़ा की प्रतिकृति को भी हटाने का भी काम किया गया। यह शहर के समस्त नागरिकों की भावना के साथ खिलवाड़ है। राजबाडा केवल एक इमारत नहीं, बल्कि यह नागरिकों के हृदय में बसता है।