VRS Approved : अफसर से नेता बने IPS का VRS साल भर बाद मंजूर!
Bengaluru : कर्नाटक सरकार ने एक साल से ज्यादा समय बाद भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पूर्व अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भास्कर राव की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) को मंजूरी दे दी। एक अधिसूचना में कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी ने 2 अप्रैल, 2022 से IPS से अखिल भारतीय सेवा 9 (DCRB) नियम, 1958 के नियम 16 (2) के तहत राव की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति नोटिस को स्वीकार कर लिया है।
यह अधिसूचना उस दिन सामने आई जब मीडिया में यह खबर आई कि सरकार ने अभी तक भास्कर राव के VRS को मंजूरी नहीं दी, जिसके लिए उन्होंने पिछले साल सितंबर (2021) में आवेदन किया था।
पूर्व आईपीएस अधिकारी भास्कर राव कर्नाटक में आम आदमी पार्टी (AAP) के उपाध्यक्ष हैं, जिसमें वे इसी साल अप्रैल में शामिल हुए थे। तीन दशक से ज्यादा समय तक पुलिस सेवा में रहने के बाद राव ने VRS के लिए आवेदन देकर AAP की सदस्यता ले ली थी। जून में उन्हें AAP ने कर्नाटक का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था।
‘आप’ की नीतियों से प्रभावित होकर नौकरी छोड़ी
कर्नाटक के 1990 बैच के IPS और बेंगलुरु निवासी बी भास्कर राव दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान इसी साल अप्रैल में ‘आम आदमी पार्टी’ में शामिल हुए थे। उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान पार्टी के कर्नाटक संयोजक पृथ्वी रेड्डी और चुनाव प्रभारी व दिल्ली के तीमारपुर विधायक दिलीप पांडेय भी मौजूद रहे।
मनीष सिसोदिया ने कही ये बात
पूर्व IPS को सदस्यता दिलाने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली और पंजाब में ‘आप’ के काम को देखकर देश में नई ऊर्जा जागी है। पंजाब की जीत के बाद अरविंद केजरीवाल के आह्वान पर कर्नाटक के जनता के कमिश्नर (People’s Commissioner) IPS भास्कर राव पुलिस की नौकरी छोड़ कर ‘आप’ में शामिल हुए हैं।
क्या बोले थे भास्कर राव
भास्कर राव ने कहा था कि मैंने 32 सालों तक पुलिस अफसर के पद पर कार्य किया। आर्मी में भी लेक्चरर के तौर पर कार्य किया। मैंने सभी पार्टियों और उनकी राजनीति को अंदर से देखा है और मैं आश्वस्त हूं कि भारत को केजरीवाल मॉडल चाहिए। जिस दिन मैंने दिल्ली के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक देखे उसी दिन मैंने ‘आप’ में शामिल होने की ठान ली।