उमा भारती बोलीं ,मेरे ट्वीट व भाषण का गलत अर्थ लगाया बोलीं कहा,भाजपा जनता के चेहरे पर लड़ेगी 2023 का चुनाव

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उमा भारती बोलीं ,मेरे ट्वीट व भाषण का गलत अर्थ लगाया बोलीं कहा,भाजपा जनता के चेहरे पर लड़ेगी 2023 का चुनाव

जिला ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट

पिपरिया,नर्मदापुरम। एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पिपरिया पहुंची प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा है कि वर्ष 2023 का चुनाव भाजपा जनता के चेहरे पर लड़ेगी। जब उनसे यह सवाल पूछा गया है वर्ष 2023 में भाजपा का चुनावी चेहरा क्या होगा तो उनका कहना था कि आप लोगों के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा। वहीं लोधी समाज के एक कार्यक्रम में दिए अपने बयान को लेकर कहा कि मेरे ट्वीट को फिर से पढ़ें और भाषण को सुनें। मैने कभी भाजपा के लिए वोट नहीं देने वाला बयान नहीं दिया। इस बार भारतीय जनता पार्टी पिछले रिकार्ड तोड़ जबरदस्त जीत दर्ज करेगी। कांग्रेस मात्र 20 सीट तक सिमट जाएगी। शराब नीति को लेकर कहा कि नई शराब नीति बन रही है जिसमें जनता को बदलाव नज़र आएगा। भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर के चाकू तेज करने वाले बयान को लेकर कहा कि ये वह ही बता सकती हैं, लेकिन संसार में शस्त्र रखना वर्जित नहीं है। बाकायदा लाइसेंस जारी किए

जाते हैं, लेकिन सनातन धर्म में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उमा भारती की आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर क्या भूमिका रहेगी। इस प्रश्न पर उनका कहना था कि कुछ मामलों में मैं अपनी भूमिका स्वयं तय करती हूं। जैसे राम मंदिर, तिरंगा यात्रा, अवैध विदेशी घुसपैठ को लेकर मेरी राजनीतिक भूमिका पार्टी द्वारा तय की गई। पचमढ़ी में पेड़ों की अवैध कटाई को लेकर उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी मिली है। यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा। पिपरिया से लोटते हुए उमा भारती ने अपने फेस बुक के अधिकृत पेज पर जिसके लाखों फॉलोअर हैं एक पोस्ट में लिखा कि 25 दिसंबर को मैं लोधी समाज के द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गई । वहाँ मैंने जो भाषण दिया उसका एक अंश सोशल मीडिया में आ रहा हैं एवं अख़बारों में छप रहा हैं, उसके खंडन की ज़रूरत नही क्यूँकि मैंने ऐसा ही बोला है । लेकिन मेरे भाषण के पहले के कुछ वाक्य बताना ज़रूरी हैं। इसलिये ट्वीट कर रही हूँ । मैंने कहा, पिछले 2018 के मध्यप्रदेश के विधानसभा के चुनावों में कुछ विधानसभा क्षेत्रों से मेरी सभा से पहले लोधी समाज से कुछ फ़ोन मेरे ऑफ़िस में आये थे की दीदी की सभा रद्द कर दीजिये, हम यहाँ के बीजेपी के उम्मीदवार से नाराज़ हैं । उसी के जवाब में मैंने उस दिन ऐसा बोला है ।

यह बात मैंने सार्वजनिक तौर पर पहली बार नही बोली । आप याद करिये जब हम विधानसभा चुनाव हार गये और कॉंग्रेस का एक समूह हमारे साथ टूटकर आया एवं उसके सहारे हमने सरकार का गठन किया तथा मंत्रिमंडल बना । तब भी मैंने सार्वजनिक तौर पर बयान दिया था की इस मंत्रिमंडल में जाति एवं क्षेत्र का संतुलन बिगड़ा हुआ है । हिंदुत्व मेरी निष्ठा, भारत मेरा प्राण और संसार के सभी अभावग्रस्त लोग मेरे दिल में बसे हैं । मोदी मेरे नेता, भाजपा मेरी पार्टी है । मैंने कभी भाजपा नही छोड़ी । मुझे निकाला गया था । तब मैंने अपने कर्त्तव्य पथ पर चलते रहने के लिये राष्ट्रवादी विचार की धाराप्रवाह में ही अपना दल बनाया । फिर उस समय के भाजपा के अध्यक्ष नितिन जी के निमंत्रण पर जिसका मोदी जी ने भी समर्थन किया भारतीय जनशक्ति का भाजपा में विलय करते हुए मैं भाजपा में वापस आ गई ।

कॉंग्रेस को हमारे बीच में आने की ज़रूरत नही है , मुझे भाजपा साइडलाइन नही करती, मेरी अपनी एक सीधी लाइन है और मैं उसी पर चलती हूँ , स्वयं का मोक्ष एवं जगत का कल्याण । सूर्य की रोशनी, चंद्रमा की चाँदनी, हवा का झौंका, फूलों की सुगन्ध, नदी की तरंग और शक्कर की मिठास यह कभी साइडलाइन नही होते क्यूँकि यह अंदर बाहर सब तरफ़ रचे बसे होते हैं ।