गुरूगोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव पर विधानसभा अध्यक्ष ने मांजे बर्तन, लंगर सेवा की
भोपाल/जबलपुर। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम रविवार को गुरूद्वारा मदनमहल में गुरुगोविंद सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित प्रकाश उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान गौतम ने गुरुग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका और लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना की। संयोग से अंग्रेजी नववर्ष का पहला दिन होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने गुरूद्वारे में लंगरसेवा की, इस दौरान उन्होने बर्तन मांझे और उसके बाद प्रसाद भी ग्रहण किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि गुरुगोविंद सिंह को अवतार के रूप में देखें तो अनुचित नहीं होगा, क्योंकि भारत राष्ट्र में जब शक्ति व धर्म की बात आती है तो उनके एक बात याद आती है कि सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते बाज तुड़ाऊं, तबै गुरू गोविंद सिंह नाम कहाऊं। यह बात एक शब्द नहीं बल्कि एक शक्तिपुंज है आग है, जो बेबस लोगों पर होने वाले जुर्म के खिलाफ का भाग है। उनके जीवन मूल्य कुर्बानियों का है इस बात से आत्मविश्वास पैदा होती है और इसी आत्मविश्वास से चिड़िया बाज से लड़ जाती है, गीदड़ शेर से लड़ जाती है। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन सौ साल पहले तथा आज भी उनकी बातों की प्रासंगिकता है। भारत को शिखर पर ले जाना है तो पिछले उन बातों को याद करने की आवश्यकता है जो हमें प्रेरणा प्रदान किये हैं। इस मौके पर गुरुद्वारा कमेटी द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम व मंत्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू का सिरोपा भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू सहित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति व जनसमूह उपस्थित थे।