Online Booking For Mahakal Puja: अब घर बैठे कर सकेंगे मनोवांछित अनुष्ठान की बुकिंग

नववर्ष में महाकाल मंदिर में दर्शन व प्रसाद व्यवस्था से रिकार्ड आय

1009

Online Booking For Mahakal Puja: अब घर बैठे कर सकेंगे मनोवांछित अनुष्ठान की बुकिंग

उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । नए साल का पहला दिन लोगों के लिए उत्साह और हर्षाेल्लास से भरा नजर आया, रविवार का अवकाश होने के कारण इस दिन बच्चे, बड़े सभी ने मंदिरों मेंं पहुंचकर पूजा-अर्चना कर नए साल की शुरुआत की, नववर्ष में बाबा महाकाल मंदिर में भस्म आरती और माता हरसिद्धी की मंगल आरती में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर उज्जवल भविष्य की कामना की, प्रदेशभर के मंदिरों और पर्यटनों स्थलों पर रविवार को लोगों की भीड़ नजर आई। बाबा महाकाल के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा है । यही कारण है कि साल 2022 की विदाई और नववर्ष 2023 का स्वागत भगवान महाकाल के दर्शन और श्री महाकाल महालोक के दर्शन भारी भीड़ उमडी ।

बताया जा रहा है कि शनिवार को यहां करीब साढ़े 5 लाख लोगों ने बाबा के दर्शन किए अंग्रेजी नववर्ष के पहले दिन रविवार को तड़के से दर्शनार्थियों की खासी भीड़ उमड़ी जिसने सारे रिकार्ड तोड दिए ।

महाकालेश्वर मंदिर में लगातार बढ़ रही भक्तो की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन अब नई व्यवस्थाओ को लागू कर रहा है।
शीघ्र दर्शन, गर्भगृह दर्शन और भस्म आरती की व्यवस्था को ऑनलाइन करने के बाद अब मंगलवार से देशभर के श्रद्धालु महाकाल मंदिर में होने वाली पूजन की बुकिंग ऑनलाइन घर बैठे करवा सकेंगे। जिससे मंदिर पहुंचने पर बुकिंग करवाने आदि में समय व्यर्थ न हो।
मंदिर में बाबा महाकाल सामान्यतः यह 8 प्रकार के पूजन किये जाते है जिन्हें 22 पुरोहितो की मदद से संपन्न कराया जाता है । जिसमे सामान्य पूजा का शुल्क 100₹, अभिषेक शिव महिम्न पाठ का शुल्क 200₹, रुद्राभिषेक वैदिक पूजन एक पुरोहित द्वारा 300₹, रुद्राभिषेक एकादशनी 11 आवर्तन शिव महिम्न स्त्रोत का 500₹, रुद्राभिषेक रुद्रपाठ 11 आवर्तन के 1000₹ एवं लघुरुद्रा अभिषेक के 3000₹, महारुद्राभिषेक के 15000₹ एवं महामृत्युंजय जप के 15000₹ शुल्क निर्धारित है.

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की सुविधा के लिए जल्द ही यहाँ होने वाली पूजन को भी ऑनलाइन बुक करवाया जा सकेगा। सम्भवतः यह सुविधा मंगलवार से देश भर के श्रद्धालुओं को मिलने लगेगी। मंगलवार से देश भर के भक्तों को ये सुविधाऐं मिलने लगेगी। जिसमें महाकाल के भक्त घर बैठे कहीं से भी महाकाल मंदिर में होने वाली पूजन को ऑनलाइन के माध्यम से बुक करा सकेंगे। पूजन ऑनलाइन होने से भक्तों को परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा, अब तक कई श्रद्धालु पूजन पाठ के लिए काउंटर पर जाते थे यहाँ उन्हें काफी समय भी लगता था। लेकिन ऑनलाइन होने के बाद भक्तों को भटकना नहीं पडेगा और दर्शन के बाद वहीं पर ऑनलाइन टोकन दिखाकर पूजन करवाया जा सकेगा । अभी तक महाकाल मंदिर में होने वाली पूजन को बुक करने के लिए नंदी हाल के पास से काउंटर से करवाना पड़ता था। लेकिन मंगलवार से ऑनलाइन बुकिंग शुरू होते ही मंदिर की वेबसाइट www.mahakaleshwar.com पर जाकर अपनी मनोभावना अनुसार पूजन का बुकिंग करवाया जा सकेगा, बुकिंग से दौरान विभिन्न पूजन के सामने पूजन करवाने वाले पुरोहित की लिस्ट भी दिखाई देंगी। पूजन की राशि जमा होते ही टोकन जनरेट होगा जिसमें पूजन का समय दिन और पूजन
किस पुरोहित द्वारा कराया जायेगा वो भी पता चल जाएगा। यह टोकन भक्त और पुरोहित दोनों के पास आएगा ताकि दोनों को समय और दिन का पता रहे।

सभी पूजन मंगलवार से भक्त घर बैठे ऑनलाइन बुक कर सकेंगे।

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में नए साल के पहले दिन उमड़े लाखों श्रद्धालु ने एक ही दिन में दर्शन के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। वहीं बाबा महाकाल के खजाने में भी इजाफा हुआ है। मंदिर समिति को 1 दिन में लड्डू प्रसाद और शीघ्र दर्शन टिकट से करीब 42 लाख रुपए की आय हुई है। हालांकि अभी मंदिर में रखी अलग-अलग भेंटपेटी, दान
रसीद से प्राप्त आय के आंकड़े आना बाकी है। बीते दो वर्ष की तुलना में इस वर्ष एक दिन में मंदिर समिति की झोली में दोगुना आय है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के सानिध्य में रहकर नए वर्ष का पहला दिन मनाने के लिए इस बार दर्शनार्थियों की संख्या का रिकॉर्ड टूट गया। देशभर से आए करीब साढ़े 5 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन
लाभ लिए। हालांकि यह सब श्री महाकाल महालोक के कारण ही संभव हुआ है। मंदिर समिति के लड्डू प्रसाद के विभिन्न काउंटरों से एक दिन करीब 70 क्विंटल लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ है। जिससे करीब 25 लाख से अधिक की आय
प्राप्त की है। वही 250 रूपए शीघ्र दर्शन टिकट के माध्यम से करीब 17 लाख रुपए प्राप्त हुए। एक ही दिन में मंदिर समिति को कुल राशि 42 लाख रुपए मिले है। 1 जनवरी 2023 को एक ही दिन में हुई आय ने पिछले दो वर्ष के रिकार्ड तोड़ दिए।

मंदिर समिति से विक्रय होने वाले लड्डू प्रसाद के काउंटर की व्यवस्था इस तरह से की गई थी कि कोई भी मार्ग बंद होने पर अगले काउंटर से श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद प्राप्त हो सके। रात्रि तक दर्शन व्यवस्था चलने के बाद करीब 65 से 70 क्विंटल लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ है। जिसमें 360 रूपए प्रतिकिलो के आधार पर करीब 25 लाख से अधिक की आय हुई है।

दर्शन टिकट से 3 घंटे में 17 लाख की आय
मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि 1 जनवरी को अत्यधिक भीड़ होने के कारण 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट से दर्शन की व्यवस्था मात्र 3 घंटे चलाई गई थी। इस दौरान ऑनलाइन और ऑफ लाइन शीघ्र दर्शन टिकट लेने वाले श्रद्धालुओं के माध्यम से 3 घंटे में करीब 17 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई है

बीते दो वर्ष की तुलना में एक दिन की दोगुनी आय श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति को इस वर्ष एक ही दिन में लड्डू प्रसाद और शीघ्र दर्शन टिकट से जो आय हुई है। उससे दो वर्ष के रिकार्ड टूट गए । जहां वर्ष 2021 में कोरोना प्रतिबंध के कारण मंदिर की आय प्रभावित हुई थी। वहीं इसके पहले वर्ष 2020 में 1 जनवरी को सभी प्रकल्प जिसमें
प्रसाद, दर्शन टिकट, दान राशि, चांदी के सिक्के की बिक्री और भेंट पेटी से कुल आय 23 लाख 9 हजार 409 रूपए आय हुई थी। जबकि इस वर्ष की एक दिन की आय बीते दो वर्ष में दोगुनी हुई है.