LIFE LOGISTIC: सेहत बनाने का समय

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LIFE LOGISTIC: सेहत बनाने का समय

इस सर्दी के मौसम में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए ताकि खाना पचाने की क्रिया आपके शरीर को गर्म रख सके। ठंडे मौसम के कारण पानी भी कम पीने में आता है इसलिए ज्यादा ठंडा पानी न पी सको तो उसे थोड़ा सा पीने लायक गर्म करले।

बार-बार खाना और उसे पचाने के लिए दिन भर मेहनत करना आवश्यक है। जितनी मेहनत करेंगे उतनी सेहत अच्छी बनेगी। इस मौसम में आलस भी ज्यादा आते हैं और ऐसी इच्छा होती है कि कंबल या रजाई ओढ़ के बैठ जाओ या सो जाओ परंतु इच्छा मारना होगी और कुछ ना कुछ मेहनत करना होगी हाथ पैर हिलाना होंगे। अल सुबह घर से बाहर गर्म कपड़े पहन कर निकले आप देखेंगे कि बादल सड़क पर दिखेंगे। धुंध इतनी होगी की आपको 2 मिटर बाद बड़ी कठिनाई से दिखेगा परंतु यह जो ताजी हवा है सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। सुबह की सैर फेफड़ों को ताजी हवा से सारोबार कर देगी।

इस मौसम में इस बात का खास ख्याल रखें की नाक और कफ गले के नीचे ना उतरे उसे तुरंत बाहर निकाले। अलाव लगाने पर उसमें प्याज लहसुन सेक कर जरूर खाए। धूप में भी जरूर कुछ समय बैठे। शरीर पर खोपरे का तेल या माइस्टराइजर जरूर लगा ले ताकि चमड़ी मे रूखापन ना आए।

एक साथ एक बैठक पर ज्यादा ना खाएं पर लगातार कुछ ना कुछ खाते रहे भूखे पेट ना रहे। शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए गर्म मसालों का भरपूर उपयोग करें। साथ ही खूब व्यायाम करें। मन की शांति और प्रसन्नता के लिए मधुर संगीत सुनें। सुबह उठते से अखबार न पड़े और ना ही टीवी की न्यूज़ देखें. यदि आप ऐसा करते हैं तो हर उस नेगेटिव खबर पर ध्यान देने से बचे रहेंगे। मन में शांति और मधुरता बनाए रखें, तन और मन का तालमेल आपको ताकतवर और सेहतमंद बनाए रखेगा।

अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)