

रायसेन पुलिस और रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सायबर सुरक्षा पर 3 दिवसीय जागरूकता सत्र का हुआ समापन
*भोपाल/रायसेन।* रायसेन पुलिस और रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 3 दिवसीय सायबर सुरक्षा पर जागरूकता सत्र का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ विनीत कपूर, डीआईजी कम्युनीटी पुलीसिंग, स्टेट पुलिस हेड क्वार्टर मध्यप्रदेश, बतौर विशिष्ट अतिथि श्री पंकज पाण्डेय, एस.पी. रायसेन, डॉ. संजीव गुप्ता, प्रो-वाइस चांसलर आरएनटीयू, कुलसचिव डॉ संगीता जौहरी, सुश्री शिला सुराना, एसडीओपी, ओबेदुल्लागंज उपस्थित थे। वहीं बतौर मुख्य वक्ता श्री प्रकाश मोटवानी, उपाध्यक्ष, नेटलिंक उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों, विद्यार्थियों एवं संस्थानों को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना था।
आज अंतिम दिन रायसेन पुलिस के सहयोग से ‘सुरक्षित क्लिक हैकाथन’ का आयोजन किया गया। इस हैकाथन में 250 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें भोपाल सहित अन्य शहरों के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्र शामिल थे। इसमें 100 से अधिक प्रविष्टियाँ अन्य कॉलेजों से आईं, जिनमें एलएनसीटी, बंसल, सागर, वैष्णवी, बिट्स, शारमोडिया आईटीआई और भोपाल के शासकीय कॉलेज शामिल थे। इस प्रतियोगिता में कुल 62 टीमों को फाइनल किया गया, जिनमें 45 टीमों का चयन आइडियाथन और 17 टीमों का चयन हैकाथन के लिए हुआ। आयोजन के प्रमुख डॉ. हर्ष माथुर (हेड & एसोसिएट प्रोफेसर, CSE), डॉ. रवि शंकर शर्मा (एसोसिएट प्रोफेसर, CS/IT), शुभम नेमा और मानसी (AIC-RNTU) थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रतिभागियों को उनके कार्यों के लिए मार्गदर्शन दिया गया। दूसरे और तीसरे चरण में प्रतिभागियों को मेंटर्स के साथ अपने विचार और प्रोटोटाइप पर चर्चा करने का मौका मिला। अंत में सभी प्रतिभागियों ने अपनी अंतिम प्रस्तुतियाँ जजों के समक्ष दीं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. विनीत कपूर,डीआईजी, कम्युनिटी पुलिसिंग, राज्य पुलिस मुख्यालय, म.प्र. ने साइबर सुरक्षा के बढ़ते खतरे पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा हर व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिस और तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों को मिलकर ऐसे उपायों पर काम करना होगा, जो डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बना सकें।”
इस दौरान, श्री पंकज पांडे, एसपी, रायसेन ने भी साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “आजकल के युवाओं को साइबर सुरक्षा के महत्व को समझाना और उन्हें सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के लिए प्रेरित करना बहुत जरूरी है।”
कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार दिए गए। इन पुरस्कारों के माध्यम से उनकी मेहनत और नवाचार को सराहा गया, जो साइबर सुरक्षा और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम साबित हुए हैं।
इस अवसर पर प्रकाश मोटवानी, उपाध्यक्ष, नेटलिंक और सुश्री शिला सुराना, एसडीओपी, ओबेदुल्लागंज ने भी साइबर सुरक्षा के महत्व पर अपनी बातें साझा की और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया।
*हैकाथॉन और आइडाथॉन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने जीते पुरस्कार*
हैकाथॉन और आइडाथॉन प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने अपनी तकनीकी क्षमताओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया और पुरस्कार प्राप्त किए।
*हैकाथॉन में विजेता टीमों की घोषणा*
हैकाथॉन प्रतियोगिता में ‘द मिकैनिकोई’ और द गोलस’ ने पहले स्थान पर रहते हुए शीर्ष पुरस्कार जीते। दोनों टीमों ने कुल 275 अंक प्राप्त किए और उनकी शानदार टीम वर्क और तकनीकी कौशल की सराहना की गई। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के छात्रों ने ‘द मिकैनिकोई के रूप में जबरदस्त प्रदर्शन किया, जबकि एलएनसीटी के छात्रों ने द गोलस के रूप में प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अलावा, ‘आइटेक’ और ‘Buzz off’ ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और पुरस्कार के रूप में क्रमशः 224 और 213 अंक प्राप्त किए।
*आइडाथॉन प्रतियोगिता में भी दमदार प्रदर्शन*
आइडाथॉन प्रतियोगिता में ‘Cyber Health Guardians’ ने पहले स्थान पर रहते हुए सबसे अधिक अंक (186) हासिल किए। उनकी तकनीकी सोच और नवाचार को खास सराहना मिली।
‘Cyber Warrior’ और ‘Aarakshak’ भी प्रतियोगिता में अच्छे अंक प्राप्त करने वाली प्रमुख टीमों में शामिल रही। अन्य टीमों में ‘Cyber Team’ और ‘Cyber Shield’ ने भी मजबूत प्रदर्शन किया और उन्हें 144 से लेकर 160 अंक मिले।
यह कार्यक्रम पुलिस और तकनीकी क्षेत्र के बीच समन्वय को बढ़ावा देने के साथ-साथ साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता को फैलाने में भी महत्वपूर्ण साबित हुआ।
इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपने कौशल को सिद्ध किया और तकनीकी दुनिया में अपनी पहचान बनाने का अवसर प्राप्त किया।
कार्यक्रम के समापन पर आइडियाथन के विजेताओं को प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ट्रॉफियाँ दी गयी, जबकि हैकाथन के विजेताओं को 5000, 3000 और 2000 रुपये के नकद पुरस्कार और ट्रॉफियाँ प्रदान की गईं।
इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं में साइबर सुरक्षा और तकनीकी नवाचार के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। प्रतियोगिता में शामिल छात्रों ने अपनी तकनीकी क्षमताओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
रायसेन पुलिस की तरफ से सुश्री शिला सुराना और डॉ संगीता जौहरी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि सायबर सुरक्षा की जागरूकता ही सायबर अपराधों को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय है। हम सभी को मिलकर डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। कार्यक्रम में मंच संचालन विधि विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नाइस जमीर ने किया।