बैतूल जिले में खदान हादसे में एक स्लैब गिरी,3 की मौत,मलबे में कई दबे,रेस्क्यू जारी

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बैतूल जिले में खदान हादसे में एक स्लैब गिरी,3 की मौत,मलबे में कई दबे,रेस्क्यू जारी

  संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट

बैतूल। नर्मदापुरम संभाग के बैतूल जिला मुख्यालय के 65 किलोमीटर दूर WCL की छतरपुर-1 कोयला खदान में आज दोपहर बाद एक बड़ा हादसा हो गया। खदान में एक फेज की स्लैब के अचानक गिर जाने से कई मजदूर मलबे में दब गए हैं। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है।

सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम, SDRF और पुलिस का दल तुरंत मौके पर पहुंच गया। रेस्क्यू टीम ने खदान के अंदर घुसकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मलबे में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।

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बैतूल एसपी निश्छल झारिया ने घटना की पुष्टि की है और वे खुद मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रहे हैं। फिलहाल बचाव कार्य जारी है और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। इस हादसे में जिन 3 मजदूरों की मौत हुई है, उनकी शिनाख्त हो चुकी है।

। बैतूल एसपी निश्चल झारिया ने बताया कि हादसे में शिफ्ट इंचार्ज गोविंद, ओवर मेन हरि चौहान और माइनिंग सरदार रामदेव पंडौले की मौत हो गई है। एसपी के अनुसार शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, छत दोपहर करीब 3 बजे गिरी।

वहीं सारनी एसडीओपी रोशन कुमार जैन ने बताया कि छतरपुर 1 अंडरग्राऊंड माइन में तीन वेकोलि कर्मी शिफ्ट इंचार्ज गोविंद, ओवर मेन रामप्रसाद और मायनिंग सरदार रामदेव पंडोले की कोयला खदान में छत गिरने से मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने तीनों के शवों को खदान के अंदर से बाहर निकाला। तीनों का पोस्टमार्टम हो चुका है।

 

*कोलकाता की एक कंपनी को मिला है यह ठेका*

 

एसडीओपी श्री जैन ने बताया कि दबे हुए कर्मियों में माइनिंग सरदार, ओवरमैन और सेक्शन इंचार्ज शामिल हैं। यह सेक्शन जॉय माइनिंग सर्विस का है। इसमें ऑस्ट्रेलियाई मशीन लगी है। कंपनी कोलकाता की है। सूचना मिलते ही माइन रेस्क्यू टीम और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई थी। छतरपुर वन खदान में कंट्यूनर माइनर मशीन चल रही थी। कोयला काटते समय अचानक खदान की छत गिर गई। बताया जा रहा है कि अधिकारी और वर्कर जब खदान में निरीक्षण के लिए उतरे थे, उसी समय यह हादसा हो गया।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना के बाद अलग अलग सेक्शन में करीब 20 लोग मौजूद थे। यह दुर्घटना जिला मुख्यालय से लगभग 65 किलोमीटर दूर छतरपुर क्षेत्र में सरकारी स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी डब्ल्यूसीएल की भूमिगत खदान में हुई। कई मजदूरों के अंदर फंसे होने की आशंका है।

इस हादसे की जानकारी होते ही बैतूल के डीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, एसपी निश्चल झारिया, WCL के अनुसार आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। यह हादसा खदान के मुहाने से तीन 300 मीटर अंदर हुआ है। रेस्क्यू टीम ने खदान के अंदर घुसकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मलबे में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।