
Achievement of Soldier’s Son : इंदौर के ग्रामीण इलाके के फौजी के बेटे ने विदेश से डॉक्टर बनकर उपलब्धियों का झंडा गाड़ा!
इंदौर से गोविंद राठौर की रिपोर्ट
Indore : ग्रामीण इलाके के सेवानिवृत फौजी के बेटे सागर सिंघवी ने अपनी कड़ी मेहनत, अथक परिश्रम और लगन से चिकित्सा क्षेत्र में अपने गांव और समाज का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने वेस्टइंडीज से एमबीबीएस किया और फिर नेपाल से इंटर्नशिप करके भारत आकर यहां एफएमजी परीक्षा फर्स्ट डिवीजन में पास की। अब वे एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी) करने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि अपनी विशेषज्ञता को बढ़ा सकें। वे अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने फौजी परिवार को देते हैं।
डॉ सागर सिंघवी की प्रेरणादायक यात्रा आर्मी परिवार के बेटे से लेकर सफल डॉक्टर बनने तक की है। आर्मी परिवार में जन्मे सागर अपनी माता सुनीता सिंघवी एवं पिता नायब सूबेदार कृष्णगोपाल सिंघवी के बेटे सागर अपने पिता से प्रेरित हुए, जिन्होंने भारतीय सेना में 26 साल तक सेवा की। अपने पिता की देश और लोगों के प्रति अटूट सेवा को देखकर सागर ने डॉक्टर बनने का सपना देखा।
सागर को देश के कई आर्मी पब्लिक स्कूलों में पढ़ने का अनुभव मिला। उन्होंने नई जगहों और चुनौतियों के साथ तालमेल बिठाते हुए शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 2014 में 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने डॉक्टर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया और NEET UG परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा के एक इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया।

2016 में सागर ने NEET UG पास किया और भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के लिए क्वालिफाई किया। लेकिन, भारी फीस और डोनेशन के कारण उन्होंने विदेश में MBBS करने का निर्णय लिया। 2017 में उन्होंने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ऑफ बारबाडोस (वेस्ट इंडीज़) से मेडिकल यात्रा शुरू की। उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के चलते 2018 में उन्हें सेंट्रल अमेरिकन हेल्थ साइंसेज यूनिवर्सिटी, बेलीज़ (सेंट्रल अमेरिका) में स्कॉलरशिप मिली।

कोविड-19 महामारी के दौरान सागर ने फ्रंटलाइन योद्धा के रूप में साहस और करुणा का परिचय दिया और मरीजों की देखभाल की। 2022 में सैद्धांतिक पढ़ाई पूरी करने के बाद वे 4-5 साल बाद घर लौटे। इसके बाद उन्होंने दो साल के लिए नेपाल में क्लीनिकल इंटर्नशिप की, जहां उन्होंने पोखरा के वेस्टर्न रीजनल हॉस्पिटल और काठमांडू के काठमांडू मॉडल हॉस्पिटल में अपनी सेवा दी।
जून 2024 में डॉ सागर सिंघवी ने अपनी MBBS डिग्री पूरी की। इसके तुरंत बाद उन्होंने दिसंबर 2024 में आयोजित होने वाली फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) की तैयारी शुरू कर दी। अपने अनुशासित आर्मी बैकग्राउंड की बदौलत उन्होंने पूरी लगन और समर्पण के साथ तैयारी की। उनकी मेहनत रंग लाई, और उन्होंने पहली ही कोशिश में FMGE को शानदार अंकों के साथ पास किया। आगे चलकर डॉ सागर सिंघवी मास्टर ऑफ सर्जरी (MS) की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, ताकि वे अपनी विशेषज्ञता को और बढ़ा सकें और चिकित्सा के क्षेत्र में अपना योगदान जारी रखें।





