रतलाम. पूर्व में रतलाम में मेरी पद स्थापना के दौरान पायलट प्रोजेक्ट लागू किया गया था, जिसमें रतलाम के अभिभाषक गण ने बहुत काम किया। इसके बाद उच्च न्यायालय द्वारा लिस्टेड प्रकरण में भी 90% काम पूरा किया गया, जिससे रतलाम की साख बड़ी और पूरे प्रदेश में रतलाम का नाम हुआ है। हमें इसी परम्परा को आगे जारी रखना है। यह बात नवागत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अनुराधा शुक्ला ने कहीं।जिला अभिभाषक संघ द्वारा आयोजित स्वागत एवं नव वर्ष मिलन समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने अभिभाषकों को आश्वस्त किया कि भविष्य में बेंच साइड से कभी कोई परेशानी नहीं आएगी। बार और बेंच सब मिलकर काम करेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती का पूजन कर की गई। जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष अभय शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए प्रधान न्यायाधीश को आश्वस्त किया कि बार का पूरा सहयोग मिलेगा। अभिभाषकों को बेंच की साइड से भी पूरा सहयोग मिलना चाहिए ताकि हम न्याय व्यवस्था को सुचारू रूप से चला सके।
संघ के अरुण त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम में जबलपुर जिला न्यायालय से सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश संजय शुक्ला मंचासीन रहे। संघ ने न्यायिक दंडाधिकारी नेहा उपाध्याय का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सचिव विकास पुरोहित ने किया तथा आभार सहसचिव योगेश शर्मा ने किया।
इस दौरान वरिष्ठ अभिभाषक लालचंद उबी, सुभाष उपाध्याय, निर्मल कटारिया, अमीन खान, बीएस जोशी, सुनील पारिख, पंकज बिलाला, शैलेंद्र सिंह सोलंकी, कुशाल मारवाड़ी, सरवर अली जैदी, चंद्रसिंह पवार, दशरथ पाटीदार, प्रकाश राव पवार, धर्मेंद्र सिंह चौहान, शांतिलाल मालवीय, कल्पना काले, मंजू सोनी, सरोज सोनी, रेखा सांकला, नीलम सभरवाल, कमलेश पालीवाल, शरद गोगना, चंद्रमोहन मेहता, वीरेंद्र पाटीदार, आरपी पाटीदार, अंजना सोलंकी, मनमोहन दवेसर, राजेश शर्मा, हुंजन सिंह, ओम प्रकाश चौहान, इमामुल्लाह शेख, ओमप्रकाश भट्ट सहित संघ के कई वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अभिभाषक, न्यायाधीश गण एवं कार्यकारिणी के सदस्य गण उपस्थित रहे।