रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पर बहु की पिटाई और रेप की कोशिश के आरोप
जानिए क्या है पूरा मामला
भोपाल: मध्य प्रदेश में एक रिटायर्ड अधिकारी पर अपनी ही बहु की पिटाई और रेप की कोशिश के आरोप की सनसनीखेज खबर सामने आ रही है।
भोपाल से प्रकाशित एक सांध्य कालीन समाचार पत्र प्रदेश टुडे में प्रकाशित समाचार के अनुसार प्रदेश में 1992 बैच के रिटायर्ड आईएएस अफसर रघुवीर श्रीवास्तव और उनके परिजनो पर दहेज प्रताड़ना और बेटे की शादी जबरन शून्य कराने का मामला सामने आया है।
इस केस में नवंबर में उनके बेटे कलरव की नव विवाहिता पत्नी ने अपने ससुर रिटायर्ड आईएएस अफसर पर जबरन संबंध बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
यह भी बताया गया है की 13 दिन में ससुराल से निकालने के बाद बहु ने इसकी शिकायत परिवार परामार्श केंद्र और पुलिस से करने के बाद अब डीजीपी और राष्ट्रीय महिला आयोग से की है।
आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लेकर रिपोर्ट मांगी है।
रिटायर्ड आईएएस अफसर की बहु ने शिकायत में कहा है कि उनके ससुराल जाने के बाद ससुर ने उनसे जबरन संबंध बनाने की कोशिश की। बहु के अनुसार यह वाक्या शादी के बाद दूसरे दिन रात का ही है जब सास ने खाना नहीं दिया और पति ने कमरे में जाने पर लात मार कर बाहर निकल दिया। वह सोफे पर रोते हुए ड्राइंग रूम में थी तब ससुर ने ऐसा करने की कोशिश रात 2:30 बजे की थी। शोर करने पर वह बमुश्किल बच सकी थी।
रिटायर्ड आईएएस की बहु ने बताया कि 24 नवंबर 2021 को उनका विवाह राजधानी भोपाल में एक होटल में हुआ था। विवाह के बाद जब ससुराल पहुंची तो मारपीट का सिलसिला शुरू हो गया और 13 दिन बाद घर से निकाल दिया गया। इसके बाद से वह मायके में है और डिप्रेशन के चलते बीमार है।
अब उनका इलाज चल रहा है।
इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज करने के बाद कहा है की ऊपर से दबाव होने के कारण FIR दर्ज नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा की हमने इसकी शिकायत डीजीपी और राष्ट्रीय महिला आयोग को भी कर दी है। टॉर्चर करने और धमकी देने के रिकॉर्ड उनके पास है पर कार्यवाही नहीं हो रही है। वे अमीर और प्रभावशाली है और हम मिडिल क्लास से हैं तो क्या हमें न्याय नहीं मिलेगा?
पता चला है कि विवाह के कुछ दिन पहले की गई डिमांड से उनके माता-पिता परेशानी में आ गए थे।उसके माता पिता से कहा गया की लग्न के दिन 700000 और फॉर्चूनर गाड़ी देना होगा। अचानक डिमांड होने पर उसे पूरी ना कर पाने के बाद उसे ससुराल तो ले जाया गया लेकिन बाद में निकाल दिया गया।
इस मामले में रिटायर्ड IAS श्रीवास्तव से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की कई लेकिन बात नहीं हो सकी।