Alot Assembly Constituency : कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चावला के लिए चुनौती बनेंगे प्रेमचन्द गुड्डू
रमेश सोनी की खास खबर
Ratlam : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों के आबंटन से असंतुष्ट दावेदार अपनी अपनी जुगत लगाकर अपने भविष्य को संवारने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। ऐसा भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में होना संभव है।
रतलाम विधानसभा क्षेत्र के आलोट की हम बात करें जहां कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक मनोज चावला को टिकट दिया हैं। वहीं भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।कांग्रेस ने इस बार फिर मनोज चावला को इस सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किया है। इधर कांग्रेस के ही कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू आलोट विधानसभा सीट से चुनाव लडना चाहते थे लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने उन पर विश्वास नहीं करते हुए मनोज चावला पर विश्वास करते हुए उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा है।
सूत्र बताते हैं कि टिकट नहीं मिलने पर प्रेमचंद गुड्डू 1-2 दिनों में आलोट पंहुच रहे हैं और उन्होंने आलोट क्षेत्र में अपने नुमाइंदों को मुस्तैद किया हैं। चर्चा है कि प्रेमचंद गुड्डू निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 21 तारीख को नामांकन दाखिल करेंगे।
इस बात से ऐसा लगता है कि मनोज चावला की जीत की राह में अड़चनों का दौर शुरू हो जाएगा। और विजय की राह में उनके साथ 2 बड़ी अड़चनों से मुकाबला होगा पहला कांग्रेस के ही प्रेमचंद गुड्डू से मुकाबला और दुसरा सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के प्रत्याशी से।
मनोज चावला को खाद लुट मामले जेल भी जाना पड़ा था उसका उनके चुनाव लडने की राह में दो तरफा इफेक्ट होगा पहला इफेक्ट जिन किसानों के लिए उन्होंने खाद गोदाम की शटर तोड़कर किसानों को खाद लुटवाया था उनके वोट इनकी और सुनिश्चित है।
वहीं मतदाताओं में इनकी हरकत से विपरीत प्रभाव पड़ सकता हैं और नतीजों पर सीधा असर पड़ सकता हैं।
बता दें कि आलोट विधानसभा सीट मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है,जहां 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।इस बार आलोट विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे,यह जनता को तय करना है।
आलोट विधानसभा सीट मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में आती है।2018 में आलोट में कुल 49 प्रतिशत वोट पड़े थे। 2018 में कांग्रेस से मनोज चावला ने भारतीय जनता पार्टी के जितेंद्र गेहलोत को 5 हजार वोटों के मार्जिन से हराया था।