मसालों के शहंशाहों का जयपुर में हुआ अद्भुत मिलन, मिलावट के खिलाफ सख्त कानूनों की जरूरत, फांसी की सजा तक भी की मांग
नीति गोपेंद्र भट्ट की रिपोर्ट
जयपुर: राजस्थान की राजधानी पिंक सिटी जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दो दिवसीय 11वां “ग्लोबल स्पाइस सम्मिट” शनिवार को संपन्न हुआ। पिंक सिटी जयपुर में मसालों के शहंशाहों का यह अनूठा मिलन यहां की हवा में एक नया स्वाद घोल गया। समिट के पांच सौ से अधिक मसाला उद्यमियों नेवभाग लिया। इसमें देश-विदेश के विख्यात मसाला कारोबारी भी शामिल हैं ।
पहले दिन एनएनएस ग्रुप के सीएमडी राजेश गुप्ता और निदेशक अक्षय गुप्ता द्वारा कई जाने माने मसाला कंपनियों को सम्मानित किया।
समिट में खुले मसालों की बिक्री के खिलाफ सभी मसाला कारोबारी एक साथ दिखे और उन्होंने खुले मसालों की बिक्री के खिलाफ आवाज उठाने के अलावा फूड सेफ्टी तथा लेबलिंग मुद्दों पर भी पैनलिस्टों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।
बताया गया की भारत में मसालों का मार्केट डेढ़ लाख करोड़ से बढ़ कर तीन लाख करोड़ रु की ओर बढ़ रहा है। साथ ही मसालों का देश से पूरी दुनिया में 60 प्रतिशत निर्यात हो रहा है जिसे और अधिक बढ़ाने की रणनीति पर भी विशेषज्ञों द्वारा सार गर्भित जानकारी दी गई।। साथ ही मिलावट एवं गुणवत्ता मुद्दों पर चर्चा हुई, मसाला क्षेत्र के समक्ष पेश आ रही चुनौतियां एवं उनके समाधान, पैकेजिंग टेक्नोलॉजी तथा मसालों की सेल्फ लाइफ बढ़ाने पर भी विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गई।
सम्मिट के दूसरे दिन 20 जनवरी को, विभिन्न मसाला ब्रांड और टेक्नोलॉजी, मशीनरी वाली कंपनियों की प्रदर्शनी भी लगी जिनके स्टॉल पर विजिट कर नयी जानकारी भी हासिल की गई।
गुप्ता ने बताया कि जिस प्रकार से विगत 10 वर्षों से एनएनएस ग्रुप द्वारा लगातार हर वर्ष ग्लोबल स्पाइस सम्मिट का सफल आयोजन किया जा चुका है, इसी क्रम में इसके 11वें संस्करण का दो दिवसीय आयोजन इस बार राजस्थान की राजधानी पिंक सिटी जयपुर में किया गया।
शुक्रवार को पैनल चर्चा में वक्ताओं ने
केन्द्र और प्रदेश की सरकारों द्वारा मिलावट के खिलाफ सख्त कानूनों की जरूरत बताई।
साथ ही कहा कि मिलावटखोरों को इतनी सख्त सजा मिलनी चाहिए यहां तक कि फांसी की सजा तक दी जानी चाहिए ताकि वे फिर से ऐसा करने के बारे में सोच भी नही सके।
वक्ताओं ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि भारत में खुले मसालों की बिक्री अभी भी रुकी नहीं जबकि 2018 में बने कानून के अनुसार ऐसा करना गैर कानूनी है।
मंच से पैनल वक्ताओं ने खुले मसालों की बिक्री रोकने के लिए जन जागरूकता होना बहुत जरूरी बताया। निर्माताओं को मसालों की गुणवत्ता और शुद्धता पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह जरूरी और जन स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को कैसे जन मुहिम बनाए इस पर भी सार्थक चर्चा हुई और उसमें निर्माताओं ,खुदरा व्यापारियों, सरकार और उपभक्तताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया गया। सोशल मीडिया की भूमिका ने आम लोगों में जागरूकता बढ़ाई है। साथ ही सेलीबेट्री द्वारा प्रचार अभियान ने भी जन जागरूकता को बढ़ाया है।
वक्ताओं ने लोगों की मानसिकता और धारणाओं के बारे में भी चर्चा की और कहा कि गुणवत्ता और शुद्धता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए और सभी को शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को अंगीकार करना चाहिए।
एनएनएस ग्रुप के सी ई ओ राजेश गुप्ता ने बताया मसाला सम्मिट के माध्यम से मसाला निर्माताओं एवं सप्लायरों के लिए हर वर्ष की भांति ही इस बार भी समित के पहले दिन ही बिजनेस नेटवर्किंग का सशक्त मंच उपलब्ध कराया गया जिसमें देश के प्रत्येक राज्यों के विषय विशेषज्ञों द्वारा मसाला उद्योग के समक्ष आ रही एवं आने वाली चुनौतियों के समाधान एवं मसाला उद्योग एवं इसके व्यापार वृद्धि पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया ।
ग्लोबल स्पाइस सम्मिट में विभिन्न मसालों की फसलों की स्थिति,उनके उत्पादन अनुमान, मसालों की मांग-आपूर्ति तथा इनके भावों में तेजी-मंदी पर विशेषज्ञों द्वारा प्रकाश डाला । इसके साथ ही ब्रांडेड मसालों के लगातार बढ़ते मार्केट शेयर पर भी विशेषज्ञों की राय देश-विदेश से आए सभी डेलिगेट्स के लिए महत्वपूर्ण रही।
उल्लेखनीय है कि एनएनएस ग्रुप द्वारा जे.के मसाला, कोलकाता के मुख्य सहयोग से आयोजित किए जा रहें इस सम्मिट में जे.के मसाला के साथ ही एमडीएच ग्रुप, हमदर्द खालिस मसाले, सीपी मसाले, एवरेस्ट मसाले, इतियास स्पाइसेज, श्याम किचन मसाले, सैसोटेक इंडिया प्रा.लि.,ओसवाल सोप ग्रुप, बीएलजी इंटरनेशनल हींग प्रा. लि., एजीआई ग्रुप, रैपिड ऑर्गेनिक प्रा.लि., पीसीएम मसाले, आइकॉन ऑर्गेनिक, मिहिर इंटर प्राइजेज,त्रिवेणी, सतीश स्पाइसेज और काशी इंपैक्स आदि की भी विशेष भागीदारी की। समिट में देश के प्रत्येक राज्यों के अलावा कुछ इंटरनेशनल मार्केट से भी मसाला कारोबारी भी भाग लेने जयपुर आए ।