Ambulance not Found : गर्भवती को ठेले पर अस्पताल लेकर जाना पड़ा, फोन करने पर भी नहीं आई एंबुलेंस!
Sedhi : प्रसव पीड़ा से तड़फती उर्मिला को जब एंबुलेंस नहीं मिली, तो परिवार को उसे सब्जी के ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा। रास्ते में उसने बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर देर से पहुंचे और बच्चे को मृत घोषित किया। उर्मिला को अस्पताल में स्ट्रेचर तक नहीं मिला।
स्वास्थ्य मंत्री के जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी फिर सामने आई। एक गर्भवती महिला को ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा। क्योंकि, उसे समय पर एम्बुलेंस नहीं मिली। इस घटना में महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर नवजात शिशु को मृत घोषित कर दिया गया।
यह घटना शनिवार की बताई जा रही है। सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 2 किलोमीटर दूर रहने वाली उर्मिला रजक को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने तुरंत एम्बुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर पर कई बार फोन किया, पर किसी ने फोन नहीं उठाया, इसलिए एम्बुलेंस नहीं आई। ऐसे में उर्मिला की हालत बिगड़ती जा रही थी और दर्द असहनीय हो गया। मजबूरी में परिजनों ने उसे सब्जी के ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाना पड़ा।
उसे स्ट्रेचर तक नहीं मिला
अस्पताल पहुंचने पर भी दुर्दशा कम नहीं हुई। परिजनों को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ। उन्हें उर्मिला को खुद ही इमरजेंसी वार्ड तक उठाकर ले जाना पड़ा। लोगों का कहना है कि अस्पताल में भारी अव्यवस्था का माहौल है। इलाज में लापरवाही बरती जाती है। यह घटना सीधी जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर करती है। इस घटना ने लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर समय पर एम्बुलेंस मिल जाती तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी।
परिजनों ने आरोप लगाया
इस मामले में सिविल सर्जन दीपा रानी इसरानी ने कहा कि रात करीब 8 बजे एक महिला अपने मृत नवजात शिशु को लेकर आई थी। परिजनों का आरोप था कि उसकी एम्बुलेंस न मिलने की वजह से मौत हुई है। हालांकि, यह जांच का विषय है कि उसकी मौत किन परिस्थितियों में और किस कारण हुई है। महिला को इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया है और अस्पताल प्रबंधन की तरफ से जांच की जा रही है।