झारखंड में उठापटक के बीच दिल्ली में मिनी बजट …
झारखंड में हेमंत सोरेन की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद उठापटक का दौर जारी है। जमीन घोटाले में गिरफ्तार हेमंत ने अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेता चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है। चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है। सरकार बने या बाद में गिरे, होइहि वही जो वक्त रच राखा। खैर इसी बीच दिल्ली में अंतरिम यानि मिनी बजट पेश कर दिया गया है। इसमें बड़ी घोषणा नहीं है, पर असर छोड़ने में भी कोई कोरकसर नहीं छोड़ी गई है। यह साल 2024 है जिसे आम चुनाव का खास तौर पर बेसब्री से इंतजार है, पर इस बीच बिहार में बदलाव के बाद झारखंड और दिल्ली में मची उछलकूद हलचल पैदा कर रही है।
वित्त मंत्री ने संसद के संयुक्त सदन में 57 मिनट के अंतरिम बजट भाषण में खास तौर पर मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धियां गिनाईं। परंपरा के मुताबिक अंतरिम बजट में प्रमुख नीतिगत घोषणाएं नहीं कीं गईं। घोषणाएं करने से परहेज किया है, पर कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया है। लोकलुभावन मानें या नहीं, यह पाठक तय करें। पहली बात प्रधानमंत्री आवास योजना में तीन करोड़ मकान बनने के करीब हैं और अगले पांच सालों में दो करोड़ और मकानों का निर्माण किया जाएगा। दूसरी बात छत पर सौर प्रणाली लगाने से एक करोड़ परिवार प्रत्येक महीने 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली प्राप्त कर सकेंगे। परिवारों को हर वर्ष 15 से 18 हजार रुपए की बचत होगी। इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग सुगम होगी। तीसरा योग्य डॉक्टर बनने के युवाओं के सपनों को पूरा करने ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। इसके लिए एक कमेटी गठित की जाएगी। यह सब लोक के लिए हैं, लुभाने के लिए नहीं।
सर्वाइकल कैंसर से निपटने के लिए 9 से 14 साल की लड़कियों के टीकाकरण पर जोर देने की बात बजट का हिस्सा है। तो छठी बात आष्युमान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य देखरेख में सभी आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकओं को शामिल किया जाएगा। आंगनबाड़ी और पोषण की योजना में तेजी लाई जाएगी। नया यू-विन प्लेटफॉर्म और मिशन इंद्रधनुष को लेकर पूरे देश में तेजी से काम किया जाएगा।और छठी बात किसानों के लिए कि नैनो यूरिया को सफलतापूर्वक अपनाया गया है। जिसके बाद सभी कृषि जलवायु क्षेत्रों में विभिन्न फसलों पर नैनो डीएपी का प्रयोग किया जाएगा।
दुधारू पशुओं की दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने कार्यक्रम बनेगा और खुरपका रोग नियंत्रित करने की पहल होगी। मत्स्य पालन के लिए अलग विभाग स्थापित किया गया है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को बढ़ावा दिया जाएगा। योजना से 55 लाख नए रोजगार पैदा करेंगे. पांच एकीकृत पार्क एक्वापार्कों की स्थापना होगी। एक करोड़ महिलाएं पहले ही ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं. इस लक्ष्य को 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने का निर्णय लिया गया है।
और पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने कहा था कि जय जवान जय किसान, पीएम अटल बिहारी वाजपेई ने कहा, जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान। पीएम मोदी ने कहा, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान बना दिया है। सरकार के लिए यह नई पहल ही विकास का आधार है। अगले वर्ष के अवसंरचना विकास परिव्यय में 11.1 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। परिव्यय में वृद्धि से आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में कई गुणा तेजी आएगी।प्रधानमंत्री गति शक्ति के अंतर्गत पहचान किए गए तीन प्रमुख आर्थिक रेल गलियारों ऊर्जा, खनिज और सीमेंट गलियारा, पत्तन संपर्कता गलियारा और अधिक यातायात वाला गलियारा। इन परियोजनाओं से न केवल कनेक्टिविटी बढ़ेगी बल्कि रसद व्यवस्था में सुधार आएगा और लागत में कमी आएगी। यात्रियों की सुविधा, आराम और सुरक्षा बढ़ाने के लिए 40,000 सामान्य रेल डिब्बों को “वंदे भारत” मानकों के अनुरूप परिवर्तित किया जाएगा। मेट्रो रेल और नमो भारत रेल प्रणाली विशेषकर बड़े शहरों के आवागमन उन्मुख विकास को बढ़ावा देगी। बड़े शहरों में इन प्रणालियों के विस्तार को सहायता दी जाएगी।
तो मोदी सरकार की उपलब्धियां बहुत हैं, यह तो पूरी दुनिया जान रही है और बताया भी जा रहा है। पर इस बीच झारखंड की चर्चा मिनी बजट पर भारी पड़ रही है…।