पुलिस की कार्यवाही से आक्रोशित रेत ठेकेदार, मजदूर और वाहन मालिक सडक पर उतरे
खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: खरगोन में आज खनिज के वाहनों पर पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही से आक्रोशित रेत ठेकेदारों, मजदूरों और वाहन मालिक सडक पर ऊतर गये। इस दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा खरगोन बस हादसे के बाद लगातार की जा रही एकतरफा कार्यवाही का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम डीआईजी तिलकसिह, एसडीएम ओमनारायाण सिह और बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर को ज्ञापन सौपा।
खनिज व्यवसाय से जुडे लोगो का कहना था कि रायल्टी होने के बावजूद पुलिस जबरन वाहन पकडकर धारा 379 के तहत रेत के वाहनों पर कार्यवाही कर रही है। ओवर लोडिंग के नाम जप्त 80 वाहनो में से मात्र 4 खनिज के वाहनो पर ही धारा 379 के तहत कार्यवाही हो रही है। कल गेहूं, चावल, कोयले, राख, फर्शी सहित कई वाहनों पर कार्यवाही हुई थी लेकिन धारा 379 के तहत कार्यवाही नही की गई।
इस दौरान खनिज व्यवसाय से जुडे लोगो ने आरोप लगाया की करोड रूपये का राजस्व देने के बाद परेशान किया जा रहा है। जब रेत का ठेका नही था तब पुलिस कार्यवाही नही करती थी। अवैध रेत का उत्खनन होता था तब पुलिस नही रोकती थी। अब वैध काम पर कार्यवाही से पूरे जिले में रेत जुड़े लोगो में आक्रोश है।
कलेक्ट्रेट ज्ञापन देने पहुंचे खनिज व्यवसाय से जुडे लोगो की एसडीएम ओमनारायाण सिह से बिना परमिशन ज्ञापन देने पहुंचने पर जमकर बहस हुई। गौरतलब है की खरगोन जिले में डिजीयाना ग्रुप का रेत उत्खनन का ठेका है। पुलिस कार्यवाही के चलते ग्रुप ने ठेका संचालन छोडने का भी शासन प्रशासन को लिख दिया है। पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही के विरोध में दो दिन से रेत की खदान बंद है। रेत खदान बंद होने से दो दिन में ही 4 से 5 करोड रूपये का नुकसान हुआ है।
खनिज व्यवसाय से जुडे लोगो के सडक पर उतरने पर भाजपा जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिह राठौर का कहना है की ज्ञापन मुझे सौपा है। प्रभारी मंत्री कमल पटेल से चर्चा कर प्रशासन से बात की जायेगी। इधर एसडीएम का कहना है की बिना परमिशन के खनिज व्यवसाय से जुडे लोग ज्ञापन देने पहुंचे थे। खदान बंद करना और काम बंद करना उनका व्यक्तिगत मामला है। कलेक्टर साहब एसपी साहब के साथ हुई बैठक के बाद वाहनो पर पुलिस ही नही प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही हो रही है।