Another Scam in IMC : इंदौर में नगर निगम के 100 से ज्यादा फर्जी टैंकर कागजों पर पानी बांट रहे!
Indore : देश मे स्वच्छता में 7 बार नंबर वन आकर नाम कमाने वाला इंदौर अब नगर निगम के फर्जीवाड़े को लेकर चर्चित है। फर्जी बिल घोटाले के बाद अब टैंकर घोटाला सामने आया है। 100 से ज्यादा ऐसे टैंकरों के बिलों का भुगतान किया जा रहा, जो टैंकर पानी सप्लाय ही नहीं कर रहे। नगर निगम की लिस्ट में जो टैंकर पानी सप्लाय के रूप में दर्ज हैं, उन नम्बरों के टैंकर कहीं और काम पर लगे हैं।
नगर निगम में फर्जी बिल घोटाले के सामने आने के बाद ये नया घोटाला सामने आया। ये फर्जी टैंकर सिर्फ कागजों पर ही पानी बांट रहे हैं। नगर निगम में ये नई बात नहीं है। हर साल गर्मियों में ये गड़बड़ी होती है जिसमें निगम के अफसर-कर्मचारी और पार्षद सभी शामिल रहते हैं। इस तरह अब तक करोड़ों रुपए की अफरातफरी होती है। मामला उठता भी है, पर उसे दबाने वाले भी सक्रिय हो जाते हैं।
निगम के जानकार सूत्रों ने इन फर्जी टैंकरों की संख्या 100 से ज्यादा बताई। इनमें से ज्यादातर फर्जी टैंकर दमदार पार्षदों की शह पर चल रहे हैं। इस मामले में पार्षफों की भूमिका ज्यादा ही सामने आई। पानी के फर्जी टैंकरों से पानी बांटने के मामले में निगम का जीपीएस सिस्टम भी फेल हो गया। फर्जीवाड़े में लगे ज्यादातर टैंकर कागज पर सालों से एक ही जगह से पानी भरते और एक ही जगह पर वितरण करते रहे। इस पर भी नगर निगम के किसी अफसर को खबर नहीं लगती।
नगर निगम के जीपीएस सिस्टम की मानिटरिंग में भी खामियां पकड़ाई हैं। कार्यालय में इन टैंकरों के जीपीएस की जानकारी ही नहीं है। यही वजह है कि इन्हें पकड़ना आसान नहीं होता। घोटाला करने वालों ने पुख्ता इंतजाम कर रखा है। नगर निगम में टैंकरों की गड़बड़ी रोकने के लिए जीपीएस अनिवार्य किए जाने का तोड़ भी इन टैंकरों के मालिकों ने निकाल लिया था।
पानी वितरण में नगर निगम के लगभग 400 टैंकर लगे हैं। अब उन टैंकरों के ई-वे बिल सामने आ रहे हैं जो कागजों पर भले ही पानी बांट रहे हैं। जबकि, असलियत में ये टैंकर नगर निगम की आंख में धूल झोंकते हुए किसी और काम में लगे हैं।