
रेलवे सिग्नलिंग में आधुनिकता की ओर एक और कदम
Ratlam: मध्य प्रदेश के Western Railway के Ratlam Division ने रेलवे सिग्नलिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील-पैर बना लिया है। रतलाम ‘ई’ से बजरंगगढ़ के बीच लगभग 69 किलोमीटर लंबे खंड में स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग (Automatic Block Signalling-ABS) प्रणाली एक ही बार में सफलतापूर्वक कमीशन की गई है। इस उपलब्धि के साथ इस मंडल में ABS कवरेज अब तक कुल लगभग 135 किलोमीटर तक बढ़ गई है।

इस कदम का उद्देश्य ट्रेन संचालन को और अधिक सुरक्षित, समयबद्ध व प्रभावी बनाना है। स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग तकनीक के माध्यम से ट्रेनों के बीच न्यूनतम पुरुष-हस्तक्षेप तथा बेहतर ट्रैक उपयोग सुनिश्चित किया गया है, जिससे संचालन दक्षता में वृद्धि होगी।

पश्चिम रेलवे जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, यह पहलकदमी न सिर्फ रतलाम मंडल के लिए बल्कि पूरे भारतीय रेलवे नेटवर्क में सिग्नलिंग के आधुनिकीकरण की दिशा में एक प्रेरणादायी उदाहरण है। हालांकि, इस क्षेत्र में अभी भी बहुत-सी चुनौतियां हैं- जैसे कि पुरानी सिग्नलिंग प्रणालियों का अपग्रेड, ट्रैक तथा स्टेशनों में समन्वय-प्रक्रियाओं का समायोजन और तकनीकी कर्मचारियों को इस नई प्रौद्योगिकी की दक्षता से परिचित कराना। लेकिन इस कदम से स्पष्ट संकेत मिलता है कि भारतीय रेलवे नित नए मानकों की ओर अग्रसर है।
रेलवे यात्रियों के लिए इसका सीधा लाभ यह है कि आगामी समय में ट्रेनों का समयबद्ध संचालन संभव होगा, देरी-रद्दीकरण की संभावना कम होगी, तथा यात्रा का अनुभव अधिक सहज व भरोसेमंद बनेगा।





