
Anwar Qadri : पुलिस पता लगाएगी कि अनवर कादरी की फिशरीज कंपनी से किसे पैसा दिया!
Indore :नगर निगम पार्षद और लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपी अनवर कादरी की कंपनी के बारे में अब पुलिस नई-नई जानकारी निकाल रही है। पुलिस ये जानकारी भी मिली है कि कंपनी से लोगों को कंपनी के अकाउंट से भी पैसा दिया हैं। एसीपी रुबीना मिजवानी ने बताया कि अनवर कादरी की सना फिशरीज फर्म के बारे में जानकारी निकाली जा रही है। कंपनी से किस-किस को ट्रांजैक्शन किया है। पैसों का लेनदेन कहां-कहां हुआ है। इसकी पूरी जानकारी निकाली रही है। इसके साथ ही कादरी और उससे जुड़े 7 बैंक खातों को फ्रीज करा दिया। इन बैंक खातों की भी डिटेल निकाली जा रही है। बताया जा रहा है कि लव जिहाद फंडिंग मामले में पुलिस इन ट्रांजेक्शनों की डिटेल निकाल रही है।
अनवर कादरी की दूसरी पत्नी और उनके परिवार के लोगों को भी तलब किया है। उनसे भी पूछताछ कर जानकारी निकाली जाएगी। इसके साथ ही कादरी की तलाश में टीम अलग-अलग जगह से जानकारी निकाल रही है। बताया जा रहा है कि कादरी की बेटी से भी पूछताछ की गई। आयशा अपने पिता अनवर कादरी के साथ दिल्ली में थी। जब पुलिस ने दबिश दी, तो अनवर वहां से फरार हो गया। जबकि, आयशा पुलिस के हत्थे चढ़ गई। कुछ दिन पहले ही लव जिहाद मामले में फंडिंग करने को लेकर अनवर कादरी पर 20 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
14 साल पहले एक साल सजा काटी
कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी और उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। यह हमला 6 मई 2009 को इंदौर के आजाद नगर चौराहे के पास अनवर हुसैन पर किया गया था। अनवर हुसैन आरोपियों पर चल रहे एक अन्य मामले में गवाह था। पुलिस ने कादरी समेत कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए गए थे।
‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के कारण जेल
28 अप्रैल 2025 को अनवर ने इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन किया था। कार्यक्रम के दौरान जैसे ही कादरी ने ‘पाकिस्तान’ शब्द बोला, वहां मौजूद उसके कुछ समर्थकों ने ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा दिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे। घटना के वीडियो को लेकर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इस पर अनवर कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
डकैती के केस से मिला ‘डकैत’ नाम
अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे अनवर डकैत के नाम से पहचाना जाने लगा। अनवर ने इंदौर में भी मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया। अनवर कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है। उसकी पत्नी दो बार पार्षद रही है। प्रमोद टंडन के शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए अनवर को शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियुक्त किया गया था। उसने एक बार निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।





