Appeal to Vinesh: CG और MP के पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त डॉ पालीवाल की विनेश से अपील- चलाओ खेल संघों का सफ़ाई अभियान!

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Appeal to Vinesh: CG और MP के पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त डॉ पालीवाल की विनेश से अपील- चलाओ खेल संघों का सफ़ाई अभियान!

भोपाल: MP और CG के पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त और सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ आर के पालीवाल ने पेरिस ओलिंपिक में हुए दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के बाद विनेश फोगट से खेल संघों का सफ़ाई अभियान चलाने की अपील की हैं।

 पढ़िए डॉ आर के पालीवाल की विनेश से अपील-

प्रिय विनेश

तुम्हारे साथ पेरिस ओलिंपिक में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से पूरा देश दुखी और स्तब्ध है। यहां तक कि अंतर्राष्ट्रीय एथलीट भी ओलंपिक के इतने कठोर नियमों को बदलने की बात कर रहे हैं जिसमें फाइनल के दिन मात्र सौ ग्राम वजन बढ़ने से न केवल खिलाड़ी को फाइनल में नहीं खेलने दिया जाता बल्कि उनकी उन जीत पर भी पानी फिर जाता है जो उन्होने सेमी फ़ाइनल खेलने तक सही वजन रहते अर्जित की थी। सेमी फाइनल जीतने के बाद तुम्हें कम से कम रजक पदक तो मिलना ही चाहिए था। उम्मीद कर सकते हैं कि निकट भविष्य में ओलंपिक कमेटी अपने नियमों में कुछ परिवर्तन करेगी और तुम्हारी अपील पर सकारात्मक निर्णय करेगी।

तुम्हारे साथ घटी इस दुर्घटना से देशवासी उबर नहीं पाए थे तभी तुम्हारे उस ट्वीट से लोग और ज्यादा दुखी हो गए जिसमें तुमने अपने प्रिय खेल से सन्यास लेने की घोषणा की है। तुम्हारा निर्णय संभवत : भावनाओं के आवेग में हुआ है लेकिन इस वक्त तुम्हारी मनोदशा समझी जा सकती है। वैसे यह तुम्हें ही तय करना है कि आगे तुम्हें पहलवानी के क्षेत्र में मैदान में डटे रहना है या नहीं, हालांकि तुम्हारी उपलब्धियों, क्षमताओं और ओलिंपिक के प्रदर्शन के मद्देनजर पूरा देश चाहता है कि तुम अपने कुश्ती से सन्यास के निर्णय पर शांति से पुनर्विचार करो। तुम्हारा जो भी अंतिम निर्णय होगा वह संवेदनशील नागरिकों को निश्चित रूप से मंजूर होगा।

खेल, साहित्य, कला और समाज सेवा आदि के क्षेत्रों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों और पदकों का अपना महत्व है लेकिन इन सबसे ज्यादा महत्व हमारे व्यक्तित्व के उस संघर्ष का है जो हमने अपने और अन्य लोगों के साथ हो रहे शोषण और दमन के विरोध मे पुरजोर आवाज़ उठाकर किया है। इस दृष्टि से तत्कालीन रेसलिंग फेडरेशन के शक्तिशाली और सत्ता के अत्यंत करीबी सर्वोच्च पदाधिकारियों के खिलाफ किया गया तुम्हारा सशक्त संघर्ष अत्यंत सराहनीय और अनुकरणीय था। हमारे आजादी के लंबे आंदोलन के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और आपातकाल मे समग्र क्रांति का आव्हान करने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण को न कोई नोबल पुरस्कार मिला था और न मैगसेसे आदि पुरस्कार मिले थे लेकिन आज हमारे दिलोदिमाग में इन महानुभावों के लिए बेहद सम्मान इसीलिए है कि इन्होने अपने अपने समय के तत्कालीन शोषणकारियों के खिलाफ लंबे अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया था। हमारे जैसे असंख्य देशवासी तुमसे यह अपेक्षा करते हैं कि जिस तरह तुमने साल भर पहले रेसलिंग फेडरेशन में महिला पहलवानों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, मनमानी,अराजकता और अनियमितताओं के खिलाफ जबरदस्त अहिंसक आंदोलन शुरू किया था, कुछ समय बाद वैसा ही और अधिक व्यापक अहिंसक आंदोलन रेसलिंग फेडरेशन सहित अन्य खेल संघों की साफ सफाई के लिए भी शुरू करो। महात्मा गांधी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण आदि के सत्याग्रह मार्ग पर चलकर खेलों में व्याप्त हर तरह के भेदभाव, अनाचार, भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ अहिंसक आंदोलन वर्तमान परिस्थितियों में और अधिक प्रासंगिक हो गया है।

रेसलिंग से लेकर क्रिकेट तक में अक्सर तरह तरह की धांधलियों, भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग आदि के समाचार प्रकाशित होते रहते हैं। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक सौ चालीस करोड़ लोगों के सबसे बड़े देश का स्थान बहुत नीचे है। तुमने खेलों के भ्रष्टाचार को लंबे समय से देखा और झेला है। तुम अन्य खिलाड़ियों के लिए भी लड़ी हो। खेल जगत में तुम्हारा दायरा बहुत व्यापक है। पिछले संघर्ष में 1983 की विश्व कप क्रिकेट में विजेता टीम ने भी तुम्हारा साथ दिया था। उम्मीद है कि संघर्षरत अन्य खिलाड़ी भी तुम्हें अपनी समस्याओं से अवगत करेंगे। खेल से सन्यास लेकर यदि तुम खेल संघों में सफ़ाई अभियान चलाओगी तो इसका सकारात्मक दूरगामी प्रभाव होगा। हम सब तुम्हारे आगामी रचनात्मक कार्यों में हर संभव सहयोग करेंगे।

पेरिस ओलिंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।

डॉ आर के पालीवाल, भोपाल