Archana Tiwari Case : अर्चना तिवारी मामले में कई पेंच, कहीं कुछ छुपाया तो नहीं जा रहा!

खोज में पुलिस राज्य के बाहर भी गई, क्या आने वाला है कोई बड़ा ट्विस्ट!

985

Archana Tiwari Case : अर्चना तिवारी मामले में कई पेंच, कहीं कुछ छुपाया तो नहीं जा रहा!

Indore : इंदौर से कटनी के रवाना हुई अर्चना तिवारी ट्रेन से गायब हो गई। 11 दिन भी अर्चना का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस की टीम अब भी उसकी तलाश कर रही हैं। वही परिवार के लोग अब परेशान और हताश हैं। अर्चना तिवारी का सुराग नहीं मिलने से परिवार की बेचैनी बढ़ती जा रही है। वहीं, पुलिस का दावा है कि जल्द ही केस को सुलझा लेंगे। पुलिस की टीमें राज्य के बाहर भी गई हैं। अर्चना को गायब हुए 11 दिन बीत गए, लेकिन कोई बड़ा सुराग नहीं मिला है। इस बीच केस में अलग-अलग थ्योरी भी सामने आ रही है, जिसकी जांच की जा रही है।

इधर, भोपाल रेल पुलिस ने जांच की टीम बढ़ाई, जिसमें जबलपुर, कटनी समेत साइबर टीम को प्रमुख रूप से शामिल करते हुए भोपाल तलब किया है। कटनी जीआरपी उपनिरीक्षक अनिल मरावी ने बताया कि सिविल जज की तैयारी कर रही एडवोकेट अर्चना तिवारी के लापता हुए 10 दिन बीते चुके है। लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं लगा है।

मामले की जांच तेज करने के निर्देश

वहीं, भोपाल जीआरपी ने रेडियो मैसेज से अर्चना तिवारी की जानकारी साझा करते हुए बताया कि भोपाल और कटनी स्टेशन के बीच चल रही 23 बोगी वाली इंदौर-बिलासपुर ट्रेन के बी-3 कोच के 3 नंबर की बर्थ से कटनी निवासी अर्चना तिवारी ऑरेंज ड्रेस में जिसकी हाइट 5 फीट 11 इंच है। वो गायब हुई है, उसकी तलाश सरगर्मी से जारी रखें।

इसी मामले पर इटारसी, नरसिंहपुर, जबलपुर समेत कटनी जीआरपी टीआई लालता प्रसाद कश्यप अपनी टीम समेत भोपाल पहुंच गए है। इसके साथ ही अर्चना तिवारी की लोकेशन के लिए साइबर टीम एक्टिव मोड पर ताकि जल्द ही उस तक पहुंच सके। वही 10 दिन से इंदौर से लेकर कटनी के बीच हर स्टेशन, शहर, जंगल घूम घूमकर पूरा परिवार थक हारकर परेशान हो चुका है।

तलाश में जुटे तीनों भाई समेत बड़े पिता बाबू प्रकाश तिवारी बीमार हो चुके। वापस अपने घर कटनी लौट आए। उन्होंने बेटी अर्चना तिवारी की जल्द से जल्द तलाश की मांग रखी है। फिलहाल बढ़ते जांच के दायरे से परिजनों में थोड़ी हिम्मत बढ़ी है कि उनकी बेटी अर्चना वापस अपने घर लौटेगी।

एक कार से हॉस्टल आते-जाते दिखी

इस केस की जांच के दौरान कई चीजें सामने आ रही हैं। इंदौर स्थित हॉस्टल में रहने के दौरान वह कार से आते जाते दिख रही हैं। पुलिस यह पता कर रही थी कि यह कार किसकी है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो पता चला कि यह कार चोरी की है और दिल्ली पुलिस ने इसके मालिक को कस्टडी में लिया है। इसे इंदौर में टैक्सी के रूप में चलाया जाता था। ड्राइवर को इंदौर रेल पुलिस ने हिरासत में लेते हुए पूछताछ किया लेकिन अर्चना तिवारी तक पहुंचने के लिए कोई सबूत हाथ नहीं लगे।

मोबाइल से बात करते निकली

अर्चना तिवारी जब अपने हॉस्टल से सात अगस्त को निकली थी, जब वह फोन पर किसी से बात कर रही थी। हालांकि यह जानकारी नहीं आई है कि वह किससे बात कर रही थी। वहीं, भोपाल पहुंचने पर अपने परिवार को जानकारी दी थी कि सुबह कटनी पहुंच जाएगी। इसके बाद कोई जानकारी नहीं मिली।

जंगल या नदी में तो नहीं गिरी 

इसके साथ ही अर्चना तिवारी का आखिरी लोकेशन रानी कमलापति स्टेशन के बाद नर्मदा ब्रिज के पास मिला है। ऐसे में पुलिस और परिवार को अनहोनी का भी अंदेशा है। यही वजह है कि नदी में भी सर्च अभियान चलाया गया था। अर्चना का बर्थ भी बिल्कुल गेट के पास ही था। ऐसे में यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि भोपाल से कटनी के बीच रास्ते में घनघोर जंगल है। कही रात में वह गलती से गिर तो नहीं गई। हालांकि ये सब कुछ अटकलें हैं। इसके बारे में कोई सबूत नहीं है। लेकिन पुलिस इन बिंदुओं पर जांच कर रही है।