तपस्वी श्री प्रकाशचंद्र पितलिया ने 81 उपवास की तप आराधना कर प्रदेश में रचा इतिहास
जावरा से राजकुमार हरण की रिपोर्ट
Jaora : मेवाड गौरव प्रखर वक्ता प.पूज्य रविन्द्र मुनि जी म.सा.की निश्रा में जावरा व मालवा क्षेत्र में पहली बार इतनी बड़ी 81 उपवास की तपस्या करते हुए प्रकाश चन्द्र पीतलिया ने पिछली सभी तपस्याओ के सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं।यह आराधना कर पितलिया ने रतलाम जिले के ताल, जावरा,आलोट सैलाना सहित प्रदेश भर में जैन समाज को गोरवान्वित किया हैं।
बता दें कि पितलिया सन 2011 से ताल, बदनावर,रतलाम आदि शहरों में प्रति वर्ष 51 उपवास की तप आराधना करते आ रहें हैं।उन्होंने सन 2011 में 51 उपवास का पारणा करने के दूसरे दिन से ही पुनः उपवास प्रारंभ कर 36 उपवास कर 87 उपवास की कठौर तपस्या पूर्ण की थी। आपको यह भी बता दें कि पितलिया की इकलौती सुपुत्री प्रिया का विवाह जावरा के धर्मिष्ठ परिवार में मनोहर लाल नाहटा के सुपुत्र तपन नाहटा के साथ हुआ हैं।निश्चित ही इस तप से नाहटा परिवार भी गोरवान्वित हुआ हैं।
*यह रहें उपस्थित*
इस अवसर पर श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भक्त मण्डल के संजय मेहता, राजकुमार मारवाड़ी,तपन नाहटा,अमित जैन चंद्रावत,प्रदीप बोरदिया, प्रवीण बरमेचा,मनीष सिसोदिया आदि सभी ने तपस्वी रत्न को मोतियों की माला पहनाकर बहुमान किया ओर अनुमोदनार्थ जय जयकार करने के पश्चात नवकार मंत्र का जाप किया।