Attempt to Digitally Arrest TI : थाने में थाना प्रभारी को ही डिजिटल अरेस्ट करने की नाकाम कोशिश!
इन्हीं TI के पास 7 बार ऐसे फ़ोन आए, साइबर ठगों के निशाने पर अब पुलिस वाले भी आए!
Indore : साइबर ठगों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि अब वे पुलिस वालों को भी निशाना बनाने से चूक नहीं रहे। इंदौर में एक थाना प्रभारी को थाने में ही डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की गई। पर वे अपनी सूझबूझ से उनके चंगुल में नहीं आए।
परदेशीपुरा थाने के प्रभारी पंकज द्विवेदी को बदमाशों ने डिजिटल अरेस्ट का प्रयास किया। एक शातिर व्यक्ति ने फोन पर खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए थाना प्रभारी को गंभीर परिणामों से डराकर फंसाने की कोशिश की। किंतु, पंकज द्विवेदी ने समझदारी से इस धोखाधड़ी की कोशिश को नाकाम कर दिया।
अज्ञात व्यक्ति ने पंकज द्विवेदी को फोन किया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस विभाग से जुड़ा एक वरिष्ठ अधिकारी बताया और दावा किया कि थाना प्रभारी किसी मामले में फंस गए हैं। उसने धमकी भरे लहजे में गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही और आगे की बातचीत में उनसे व्यक्तिगत जानकारी और धनराशि की मांग करने की कोशिश की।
थाना प्रभारी ने बताया कि जब कॉल आई, तभी मैं समझ गया कि यह धोखाधड़ी का प्रयास है। मैंने बातचीत को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया और तुरंत कॉल को काट दिया। उन्होंने आगे बताया कि इस प्रकार के डिजिटल अरेस्ट के प्रयास उनके साथ पहले भी सात बार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं किसी के साथ भी हो सकती हैं, इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है। ऐसी कॉल्स पर विश्वास न करें, किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी साझा न करें और पैसे की लेन-देन से बचें।
उन्होंने आम जनता से की अपील की है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहें। अगर किसी को कोई संदिग्ध कॉल या संदेश प्राप्त होता है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें और मामले की जानकारी दें। डिजिटल युग में इस प्रकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम जागरूक रहें और अपने परिवार व आसपास के लोगों को भी सतर्क रहने के लिए प्रेरित करें।