Auto Rickshaw Strike : 30 हजार ऑटो रिक्शा चालक मांगों को लेकर हड़ताल पर!
Indore : शहर के भगवा ऑटो चालक संघ ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को चिमन बाग मैदान पर हड़ताल शुरू की। ऑटो चालकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करके अपना विरोध जताया। ऑटो चालक संघ अध्यक्ष वीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर में करीब 30 हजार चालक हमारी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। जबकि, इंदौर रिक्शा ऑटो चालक महासंघ ने इस हड़ताल का बहिष्कार किया।
तीन सूत्रीय मांगों में प्रमुख है बाइक टैक्सी का ऐप बंद करना, जिससे शहर में ओला, रैपीडो, मेक्सिको कंपनियां बाइक टैक्सी के रूप में चलाई जा रही है। इससे ऑटो रिक्शा चालकों का धंधा ठप हो गया है। 2021 तक बने ई-चालान को रद्द करने की भी मांग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की गई है। भगवा ऑटो रिक्शा चालक संघ अध्यक्ष ने कहा कि शहर में ई-रिक्शा बिना लाइसेंस के ओवरलोड चल रही है। कई नाबालिग भी ई-रिक्शा चला रहे हैं।
उन्होंने मांग की है कि ऐसा प्रावधान बने जिसमें फिटनेस पर लाइसेंस का साथ चार सवारी से ज्यादा ई-रिक्शा में नहीं बैठाई जाए। वीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि हमारी हड़ताल से शासन-पुलिस प्रशासन घबराया हुआ है। इस कारण ऑटो रिक्शा चालकों को चिमनबाग मैदान में आने से रोका जा रहा है। भगवा ऑटो रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी तीन सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तो आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव का इंदौर के 30 हजार ऑटो रिक्शा चलाने वाले परिवार बहिष्कार करेंगे।
वहीं इंदौर रिक्शा ऑटो चालक महासंघ के संस्थापक राजेश बिड़कर ने इस हड़ताल का बहिष्कार किया। इसे लेकर भगवा ऑटो रिक्शा चालक संघ अध्यक्ष ने कहा कि इंदौर ऑटो चालक संघ की इंदौर में कोई सुनवाई नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इंदौर ऑटो रिक्शा चालक संघ अध्यक्ष राजेश बिड़कर ई-रिक्शा चालकों का संरक्षक बने हुए हैं। जबकि, भगवा ऑटो रिक्शा चालक संघ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड बना लिया है।