बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी – पलसूद में विफोटक से घायल हुए मामले में फल है या विस्फोटक इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति स्पष्ट हो गई है। मामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में इस बात का खुलासा किया है।
बड़वानी – पलसूद में विस्फोट से किसान के हाथ जख्मी होने के मामले में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि आखिर ये क्या हो सकता है।
कल से लेकर आज तक सभी सोच में थे कि क्या कोई ऐसा फल हो सकता है जो इतना घातक हो सकता है कि व्यक्ति को अस्पताल का रास्ता दिखा दे।
वन विभाग भी कल से ही इसकी पड़ताल में जुट गया था।
आज भी वन परिक्षेत्र रेंजर अशद खान अपनी टीम के साथ ग्राम उमेदडा घटना स्थल पर पहुंचे जहां से उन्हें भी एक छोटा लेकिन वजनदार विस्फोटक पड़ा हुआ मिला जिसे जब्त कर अपने साथ ले आए।
देखिये वीडियो-
साथ ही पलसूद थाने पर जब्त 2 विस्फोटक में से एक को पानी में डालकर रखा।
नतीजा यह निकला कि धीरे धीरे उसके छिलके अलग होकर पानी मे तैरने लगे और विस्फोटक पर सफेद रंग का धागा लपेटा हुआ नजर आने लगा जैसा कि सुतली बम के ऊपर रस्सी लपेटी हुई होती है।
इस बात से यह स्पष्ट हो गया कि यह फल नहीं हाथों से बनाया गया एक छोटा बम है जिसके कारण विस्फोट होता है|
हालांकि मामले में फिलहाल पुलिस कुछ भी नही कह रही लेकिन अगर यह हाथ से बना बम है फल नहीं तो इसकी जांच करना बेहद जरूरी हो जाएगा कि यह बम किसने बनाया? क्यो बनाया? और किस से बनाया?
क्या बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया जाएगा। यह सारे सवाल बेहद गम्भीर हैं और इसकी गंभीरता से जांच की भी आवश्यकता है।