बरगी का पानी बुझाएगा सतना की प्यास, बाणसागर डैम का पानी रुकेगा
भोपाल: बीजेपी को सबसे अधिक विधायक देने वाली विन्ध्य क्षेत्र के गांव-गांव में बाणसागर और बरगी डैम का पानी पहुंचाने की तैयारी है। शिवराज सरकार ने तय किया है कि बरगी डैम के जरिये सतना जिले के गांव-गांव तक नर्मदा जल पहुंचने के बाद यहां आने वाला सोन नदी का बाणसागर डैम का पानी रोक दिया जाएगा। बाणसागर डैम के पानी से रीवा व सीधी, सिंगरौली जिले के जिलों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई के लिए पानी देने का यह प्लान तैयार कर लिया गया है और इसको लेकर सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। सूत्रों का कहना है कि अगले वित्त वर्ष के बजट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका ऐलान करने वाले हैं ताकि रीवा संभाग के गांव-गांव में सिंचाई का पानी पहुंच सके। सीएम चौहान ने यह सहमति रीवा जिले के मऊगंज विधानसभा के मऊगंज व हनुमना तहसीलों में पानी पहुंचाने को लेकर विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल के प्रस्ताव पर दी है। बताया जाता है कि इसके लिए जल संसाधन विभाग के एसीएस एसएन मिश्रा के निर्देश पर इंजीनियरों ने प्रस्ताव तैयार किया है। रीवा संभाग में इन दोनों ही तहसीलों में किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। इसलिए बाणसागर डैम का पानी यहां के गांवों में पाइप लाइन के जरिये नहरों तक पहुंचाया जाएगा ताकि अगले दो से तीन सालों में किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके।
ऐसे निकाला समस्या का हल
अभी बाणसागर डैम का पानी रीवा के कुछ तहसीलों से होकर सतना जिले में आ रहा है। सतना में बरगी डैम का पानी पहुंचाने की योजना पर सरकार पहले से ही काम कर रही है। ऐसे में नर्मदा का पानी सतना जिले के अधिकतम गांवों में पहुंचने की स्थिति एक साल में बनने वाली है। बरगी डैम का पानी सतना के गांवों में पहुंचने पर बाणसागर डैम का यहां आने वाले पानी रोक दिया जाएगा और उसे मऊगंज व हनुमना तहसीलों की ओर डायवर्ट किया जाएगा। इससे सतना की सिंचाई पर भी असर नहीं होगा और रीवा जिले के असिंचित गांवों में भी पानी पहुंच सकेगा।
सोन मैया का पानी पहुंंचेगा गांवों में
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल का कहना है कि दो साल की मेहनत के बाद इस पर सहमति बनी है। अफसरों द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव के बाद अब सतना में सिंचाई प्रभावित हुए बिना रीवा जिले के मऊगंज और सीधी, सिंगरौली जिलों के गांवों में बाणसागर का पानी पहुंच सकेगा जहां अभी सिंचाई के साधन नहीं हैं।