भोपाल विज्ञान मेला 15 से 18 सितम्बर तक,चन्द्रयान-3 के प्रोग्राम डायरेक्टर,वंदे-भारत ट्रेन के चीफ आर्किटेक्ट सहित शीर्ष वैज्ञानिक होंगे सम्मानित

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भोपाल विज्ञान मेला 15 से 18 सितम्बर तक,चन्द्रयान-3 के प्रोग्राम डायरेक्टर,वंदे-भारत ट्रेन के चीफ आर्किटेक्ट सहित शीर्ष वैज्ञानिक होंगे सम्मानित

 

ग्रास रूट इनोवेशन, उन्नत तकनीकों एवं नवाचारों का होगा प्रदर्शन,
शहर के नाम से 10 वर्ष से सतत जारी भारत का अनूठा विज्ञान समागम, मंत्री श्री सखलेचा ने दी जानकारी

भोपाल : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान 3 की सफलता के जश्न के साथ म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में 10वां भोपाल विज्ञान मेला बीएचईएल दशहरा मैदान, में 15 से 18 सितम्बर तक होगा।

मंत्री श्री सखलेचा ने बताया कि भोपाल विज्ञान मेला, मध्यप्रदेश के साथ ही पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है जिसमें ग्रास रूट के साथ ही प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर तक विज्ञान एवं तकनीकी की प्रगति और नवाचारों से लोगों को अवगत कराया जाता है। मेले में हजारों छात्र, शोधार्थी, शिक्षक, कारीगर, किसान, उद्यमी, वैज्ञानिक, अधिकारी एवं सामान्यजन सहभागिता करते है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, शोध संस्थानों, उद्योगों एवं शैक्षणिक संस्थानों द्वारा इसमें भाग लिया जाता है। मेले में विज्ञान आधारित विभिन्न गतिविधियाँ होती हैं। इस वर्ष का भोपाल विज्ञान मेला “साइंस, टेक्नालॉजी एवं इनोवेशन अमृतकाल” थीम पर है।

*ग्रास रूट इनोवेटर्स, उन्नत तकनीकों एवं नवाचारों का होगा प्रदर्शन*

इस वर्ष भी भोपाल विज्ञान मेले में नवीनतम तकनीकों, छात्र – वैज्ञानिक संवाद, मॉडल कान्टेस्ट के साथ ही ग्रास रूट एवं इनोवेटिव कारीगर पेवेलियन वेस्ट मैनेजमेंट पेवेलियन, हैंडीक्राफट पेवेलियन, स्टार्टअप पेवेलियन इत्यादि के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति से अवगत कराया जायेगा।

कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण परमाणु ऊर्जा, इसरो, डीआरडीओ ब्रम्होस, एनटीपीसी, सीएसआईआर, आईसीएमआर, आईसीएआर, एम्प्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् एवं उद्योगों द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली नवीनतम तकनीक एवं उत्पाद रहेंगे। ग्राम रूट इनोवेशन एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्टूडेन्ट मॉडल कान्टेस्ट में अनगिनत बड़ी संस्थाओं के छात्रों द्वारा अपने इनोवेशन आईडियास एवं माडल्स को प्रदर्शित किया जायेगा। यहां नव उद्यमियों एवं स्टार्टअप द्वारा विभिन्न प्रकार के तकनीकी समाधान भी प्रस्तुत किये जायेगें। मेले में प्रतिवर्ष अनुसार देश के शीर्ष वैज्ञानिकों एवं विभिन्न क्षेत्र की विख्यात हस्तियों का छात्रों से संवाद एवं मार्गदर्शन भी दिया जायेगा तथा प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे ।

*शीर्ष वैज्ञानिक होंगे सम्मानित*

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सखलेचा ने कहा है कि चंद्रयान-3 की अभूतपूर्व उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए भोपाल विज्ञान मेले में इस मिशन से जुड़े डायरेक्टर सहित देश की तीन हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। 10वां भोपाल विज्ञान मेला 15 से 18 सितंबर 2023 तक भेल दशहरा मैदान में आयोजित होगा।

मंत्री श्री सखलेचा ने शनिवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि भारत को पूरे विश्व में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मजबूती से स्थापित करने एवं देश को गौरव की अनुभूति कराने वाले देश के शीर्ष वैज्ञानिक चन्द्रयान- 3 के मिशन डायरेक्टर डॉ. पी. वीरामुथुवेल, इसरो बैंगलूरू, वन्दे भारत के चीफ आर्किटेक्ट श्री सुधांशु मनी के साथ ही एम्स दिल्ली की डॉ. रमा जयासुंदर को भी विज्ञान प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि विज्ञान प्रतिभा सम्मान पूर्व में भी डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा, आउट स्टेडिंग सांईटिस्ट एण्ड चीफ कन्ट्रोलर ब्रम्होस, डॉ. पी. कुन्हीकृष्णन, डायरेक्टर, सतीश धवन स्पेस सेंटर, इसरों, प्रो. एम. जगदेश कुमार, पूर्व कुलपति, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली, श्री यू. राजा बाबू, प्रोग्राम डायरेक्टर, डीआरडीओ, हैदराबाद को दिया जा चुका है।मंत्री श्री सखलेचा ने बताया कि 17 और 18 सितम्बर को चन्द्रयान-3 महोत्सव का आयोजन भी किया जायेगा।

*अनूठा है भोपाल विज्ञान मेला*

भोपाल शहर के नाम पर यह विज्ञान मेला 10 वर्ष से आयोजित किया जा रहा है, जिसकी एक विशिष्ट पहचान भोपाल के साथ ही प्रदेश, देश एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बन चुकी हैं। संभवतः शहर के नाम पर वृहद रूप में आयोजित होने वाला यह विज्ञान मेला इकलौता है, जिसमें छात्र शोधार्थी, शिक्षक, कारीगर, किसान, उद्यमी वैज्ञानिक अधिकारी एवं सामान्यजन सहभागी होने के उत्सुक रहते हैं।

भोपाल विज्ञान मेले का शुभारंभ, समापन, प्रदेश एवं देश के शीर्ष वैज्ञानिक संस्थाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में होगा, जिसमें वैज्ञानिकों के साथ ही छात्र-प्रतिभाओं का सम्मान भी किया जायेगा ।