
Big Action in TI Suicide Case: ASI रंजना खांडे बर्खास्त, ब्लैकमेलिंग और अश्लील वीडियो के आरोप!
Bhopal: Big Action in TI Suicide Case: मध्य प्रदेश पुलिस के बहुचर्चित TI हाकमसिंह पंवार शूट एंड सुसाइड केस में सहायक उप निरीक्षक (ASI) रंजना खांडे को बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले में उन पर ब्लैकमेलिंग और अश्लील वीडियो बनाना के आरोप थे।
मध्य प्रदेश पुलिस के बहुचर्चित TI हाकमसिंह पंवार शूट एंड सुसाइड केस में बड़ा मोड़ आया है। इस केस में नामजद महिला ASI रंजना खांडे को पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है। रंजना पर आरोप है कि उन्होंने टीआई हाकमसिंह पंवार का अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया था, जिसके चलते पंवार ने आत्महत्या कर ली थी।
Big Action in TI Suicide Case: यह मामला जुलाई 2022 का है, जब भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ TI हाकमसिंह पंवार ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। आत्महत्या से पहले उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात ASI रंजना खांडे पर भी गोली चलाई थी, लेकिन वह बाल-बाल बच गई थीं। घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था।
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Big Action in TI Suicide Case: पंवार की आत्महत्या के बाद उनके परिजनों ने रंजना खांडे पर ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए थे। परिवार का कहना था कि रंजना ने अश्लील वीडियो बनाकर TI को बदनाम करने और पैसे की मांग करने की धमकी दी थी। इसी दबाव और मानसिक तनाव में आकर पंवार ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन पुलिस आयुक्त ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। जांच में रंजना खांडे समेत चार लोगों- पंवार की तीसरी पत्नी रेशमा शेख उर्फ जग्गू, रंजना के भाई कमलेश खांडे और कपड़ा कारोबारी गोविंद जायसवाल को भी आरोपी बनाया गया था। चारों के खिलाफ भोपाल के छोटी ग्वालटोली थाना में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया।
Big Action in TI Suicide Case: पुलिस ने ASI रंजना को उज्जैन से गिरफ्तार किया और न्यायालय में चालान पेश किया था। इसी के साथ विभागीय कार्रवाई भी शुरू की गई थी। प्रारंभ में डीसीपी (मुख्यालय) प्रकाश सिंह परिहार ने विभागीय जांच की, लेकिन केवल वेतनवृद्धि रोकने की अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए मामला शांत कर दिया गया।
हालांकि, पुलिस आयुक्त ने विभागीय रिकॉर्ड के पुनरीक्षण (review) के दौरान जांच को दोबारा खोला। नई जांच अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) आर.के. सिंह के निर्देशन में की गई, जिसमें ASI रंजना खांडे के खिलाफ गंभीर अनियमितताएं, नैतिक आचरण का उल्लंघन और ब्लैकमेलिंग के पुख्ता संकेत मिले।
इन निष्कर्षों के आधार पर बुधवार को रंजना खांडे को पुलिस सेवा से पृथक (बर्खास्त) कर दिया गया। आदेश में उल्लेख है कि “ASI रंजना का आचरण पुलिस विभाग की गरिमा और अनुशासन के विपरीत पाया गया है।”
इस कार्रवाई के साथ ही हाकमसिंह पंवार केस एक बार फिर चर्चा में आ गया है। तीन वर्ष पहले हुई इस सनसनीखेज घटना ने उस वक्त पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया था। एक तरफ आत्महत्या करने वाले TI की मानसिक स्थिति पर सवाल उठे थे, वहीं दूसरी तरफ पुलिस कर्मियों के निजी रिश्तों और ब्लैकमेलिंग के मामलों पर भी गहन बहस शुरू हुई थी।
Big Action in TI Suicide Case: अब जबकि विभागीय कार्रवाई पूरी हो चुकी है, रंजना खांडे को न सिर्फ सेवा से बाहर कर दिया गया है, बल्कि उन पर चल रहा आपराधिक मुकदमा भी आगे बढ़ेगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले में अब चार्जशीट पर सुनवाई की प्रक्रिया न्यायालय में लंबित है।
पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस कार्रवाई को “जीरो टॉलरेंस नीति” का हिस्सा बताया है। उनका कहना है कि “पुलिस कर्मियों से नैतिक आचरण की उच्चतम अपेक्षा रहती है। किसी भी स्तर पर ऐसी घटनाएँ विभाग की छवि को नुकसान पहुँचाती हैं, इसलिए कठोर निर्णय आवश्यक था।”
**मुख्य बिंदु संक्षेप में**
जुलाई 2022 में भोपाल के श्यामला हिल्स थाने के टीआई हाकमसिंह पंवार ने खुद को गोली मारी थी।
आत्महत्या से पहले उन्होंने एएसआई रंजना खांडे पर भी गोली चलाई थी, वह बच गई थीं।
पंवार के परिवार ने रंजना पर ब्लैकमेलिंग और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया।
पुलिस आयुक्त ने SIT गठित कर रंजना सहित चार लोगों को आरोपी बनाया।
रंजना को उज्जैन से गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया गया।
विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर अब रंजना को सेवा से बर्खास्त किया गया।





