Big Action Of Government: आधी रात कलेक्टर दूदू हनुमान मल ढाका के सरकारी आवास पर दबिश, 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप

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Big Action Of Government: आधी रात कलेक्टर दूदू हनुमान मल ढाका के सरकारी आवास पर दबिश, 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संयुक्त सचिव पद पर रहे है ढाका

गोपेन्द्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान में भजन लाल शर्मा सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संयुक्त सचिव पद पर रहे दूदू जिला कलेक्टर हनुमान मल ढाका के सरकारी आवास पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के माध्यम से शुक्रवार रात 12 बजे दबिश डाल कर बड़ा धमाका किया है।

ACB ने कलेक्टर के अस्थाई निवास डाक बंगला पर कई घंटों तक तलाशी ली। एसीबी की टीम ने वहां महत्वपूर्ण दस्तावेज और रिश्वत मांगने के सबूत जब्त किए हैं।

राजस्थान में दूसरे चरण का मतदान संपन्न होने के कुछ ही घंटे बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने दूदू कलेक्टर के घर पर छापा मारा । आरोप है कि दूदू कलेक्टर ने एक फर्म संचालक की जमीन का रूपांतरण करने की एवज में 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।

ACB के DIG डॉ. रवि का कहना है कि पिछले दिनों एक परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि दूदू में उनकी फर्म की 204 बीघा जमीन है। इस जमीन के कुछ खसरे तालाब किनारे के क्षेत्र में आ रहे हैं। इस तालाब क्षेत्र के खसरों का भू रूपांतरण करने की शिकायत पटवारी के जरिए जिला कलेक्टर के पास गई हुई थी। बाद में फर्म मालिक के पक्ष में फैसला करने की एवज में कलेक्टर ने 25 लाख रुपए मांगे। हालांकि परिवादी पैसों का इंतजाम नहीं कर पाया। तकाजा करने पर 15 लाख रुपए के बदले काम करने का आश्वासन दिया गया।

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डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि परिवादी को 21 लाख रुपये की राशि भी अधिक लगने पर उसने जिला कलेक्टर और हल्का पटवारी से बात की। आखिर में जाकर 15 लाख रुपए में सौदा तय किया गया और कलेक्टर ने अपने डाक बंगले पर 7.50 लाख रुपए मंगवाए। सत्यापन के दौरान पीड़ित के साथ रिकॉर्डर भी भेजा गया था। इसमें साफ पता चलता है कि दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपये डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगाए थे।

पीसी एक्ट के तहत कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर छापेमारी की गई है। हालांकि एसीबी की भनक लगने पर उन्होंने रिश्वत की राशि नहीं ली लेकिन एसीबी के सत्यापन में स्पष्ट रूप से कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज रिश्वत मांग रहे थे। इसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

ACB के सूत्रों का कहना है कि 15 लाख रुपए में रिश्वत का सौदा होने के बाद कलेक्टर और पटवारी ने पीड़ित से 15 अप्रैल की शाम को पैसे डाक बंगले पर मंगाए थे। पीड़ित के पास पैसे की व्यवस्था नहीं हुई, इस पर उसने 4-5 दिन का समय मांग लिया था और फिर एसीबी में शिकायत की। फिलहाल मामले से जुड़ी जानकारी के लिए दूदू कलेक्टर ऑफिस एवं आवास पर ACB का सर्च ऑपरेशन जारी है।

पटवारी हंसराज के घर एवं तहसील कार्यालय में भी ACB की टीम का सर्च जारी है। पूरे मामले की ACB, ADG हेमन्त प्रियदर्शी और DIG डॉ. रवि मॉनिटरिंग कर रहे है।

बता दें कि हनुमान मल ढाका प्रमोटी IAS अफसर हैं और 1 साल पहले ही उनका राजस्थान प्रशासनिक सेवा से IAS में प्रमोशन हुआ था। प्रमोशन होने के बाद उन्हें खैरथल तिजारा का कलेक्टर बनाया गया लेकिन कुछ ही दिनों में हटाकर दूदू कलेक्टर बनाया गया था। अभी उन्हें दूदू में कलेक्टर कार्यभार ग्रहण करे हुए कोई दो महीने ही हुए हैं और वे ACB के शिकंजे में आ गए।