Collector’s Honey Trap- Big disclosure : ADM सहित 3 अधिकारियों ने रची थी साजिश, तीनों गिरफ्तार, सस्पेंड
जमीन की फाइल क्लियर कराने के लिए लगाया था स्पाई कैमरा
गांधी नगर: गुजरात के आनंद में जिस कलेक्टर के महिला के साथ वीडियो वायरल हुआ था, उसे लेकर एक साजिश का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। कलेक्टर को हनी ट्रैप में फंसाने की इस साजिश में उनकी ही ADM और राजस्व विभाग के तीन अधिकारी शामिल थे।अब ये तीनों अधिकारी जेल की हवा खा रहे है।सरकार ने इस तीनों को सस्पेंड भी कर दिया है। बताया गया है कि जमीन की फाइल क्लियर कराने के लिए कलेक्टर के चैंबर में इस अधिकारियों ने स्पाई कैमरा लगाया था।
गुजरात के आणंद जिले से हाल ही में एक कलेक्टर का अश्लील वीडियो हाल ही में वायरल हुआ था जिसके बाद कलेक्टर डीएस गढवी की काफी थू-थू हुई थी. अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है जिसने सभी को हैरान कर दिया है. अगस्त 2023 के पहले हफ्ते में वायरल हुए इस वीडियो में कलेक्टर अपने ही कार्यालय की एक महिला के साथ अश्लील हरकत करता हुआ नजर आ रहा था.
9 अगस्त को वायरल हुआ था अश्लील वीडियो
इस वीडियो के वायरल होने के बाद जिला कलेक्टर को 9 अगस्त के दिन निलंबित कर दिया गया था जिसके बाद राज्य सरकार ने इसकी जांच गोपनीय तरीके से एटीएस को भी सौंप दी थी. मामले की जांच में पता चला कि कलेक्टर के कार्यालय में उन्हें फंसाने के लिए एक जासूसी कैमरा लगाया गया था.
एटीएस की शुरुआती जांच में ही चौकाने वाले खुलासे हुए। इसके बाद इस मामले में ADM केतकी व्यास, नायब तहसीलदार जे डी पटेल व एक अन्य व्यक्ति हरेश चावड़ा को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि जमीन की चार फाइलें क्लियर कराने के लिए कलेक्टर को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रची गई था.गौरतलब है कि जासूसी कैमरा जनवरी 2023 में लगाया गया था, महिला के साथ आपत्ति जनक हालत में कलेक्टर गढ़वी के पकडे जाने से पहले उनके कार्यालय में साजिशकर्ताओं ने दो महिला यौनकर्मी को भी भेजा था. कलेक्टर के कैबिन में स्पाई कैमरा लगाने के मामले में आईपीसी 389, 120(बी), 354(सी) के साथ आईटी एक्ट की धारा 67(ए), 66(ई) के तहत अपराध दर्ज ADM के साथ राजस्व अधिकारी जेडी पटेल और एक अन्य कर्मचारी हरेश चावड़ा को भी गिरफ्तार किया गया है.
गुजरात एटीएस की जांच में यह भी सामने आया है कि एक नहीं बल्कि तीन कैमरे अलग-अलग जगहों पर लगाए गए थे. आपको बता दें कि पुलिस ने इन्हे कोर्ट में पेश कर तीन दिनों की रिमांड हासिल कर ली है.
गिरफ्तारी के बाद सरकार ने इन तीनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।