खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
लूट के आरोपी आदिवासी युवक की जेल में मौत का मामला, दोषीयो पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने , मृतक के परिजन को शासकीय नौकरी और एक करोड रूपये का मुआवजा देने की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों ने भरी हुंकार, एसपी को गलत हटाया सरकार ने, लोकप्रिय एसपी को माफिया ने हटवाया
खरगोन: जिले के बिस्टान के खेरकुंडी गांव के लूट के आरोपी 37 वर्षीय बिशन की जेल में मौत का मामला थामने का नाम नही ले रहा है। खरगोन जिला मुख्यालय पर आज आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनो ने दोषीयो पर हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग को लेकर जंगी धरना प्रदर्शन कर आदिवासी संगठनों ने हुंकार भरी। इस दौरान स्थानीय टीआईटी काम्प्लेक्स में सैकडो आदिवासीयो ने धरना दिया। मृतक बिशन के परिजन को शासकीय नौकरी, एक करोड रूपये का मुआवजा देने की भी मांग की। हालांकि दोषी पुलिस कर्मीयो और डाक्टर पर कार्यवाही सहित हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग करने वाले आदिवासी संगठन से जुडे लोगो ने एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाने की कार्यवाही को गलत बताया।
धरने में शामिल माधुरी बेन का कहना था की लोकप्रिय एसपी को शराब माफिया और सट्टा माफिया ने हटवाया है। हमने कभी एसपी को हटाने की मांग नही की। दोषी पर एनएचआरसी की गाईड लाईन के अनुसार एफआईआर हो, पूरे बिस्टान थाने के स्टाफ को बदला जाये। धरना प्रदर्शन में माधुरी बेन,जयस के महेन्द्र कन्नौज सहित खरगोन बड़वानी, धार, खंडवा झाबुआ अलिराजपुर जिले के आदिवासी नेता और सैकड़ो लोग शामिल हुए।
इस दौरान जयस के महेन्द्र कन्नौज ने कहा कि दोषीयो पर कार्यवाही, मृतक के परिजन को शासकीय नौकरी और 1 करोड रूपये मुआवजे की मांग पूरी नही की तो चरण बद्ध आन्दोलन करेगे। आदिवासी संगठन के धरना प्रदर्शन को लेकर कडी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये गये थे। टीआईटी काम्पलैक्स और पुराना कलेक्टर परिसर के आसपास पुलिस छावनी बन गया था। अपनी मांगो को लेकर आदिवासी संगठनो ने अपर कलेक्टर बीएस सोलंकी को ज्ञापन सौपा।