Bishthan Tribal Death: SP को हटाने के निर्णय का Social Media पर तीखा विरोध

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Bishthan Tribal Death

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की विशेष रिपोर्ट

जेल में आदिवासी(Tribal) युवक की मौत मामला, एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाने के सरकार के निर्णय का सोशल मीडिया पर तीखा विरोध, लोगों ने शिवराज सिंह चौहान से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की

खरगोन: खरगोन जिले के बिस्टान थाना क्षेत्र के खैरकुंडी के लूट के आरोपी बिसन की मौत के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान को खरगोन से हटा देने का सोशल मीडिया पर विरोध शुरू हो गया है। अचानक हुए इस निर्णय से लोगों में खासी नाराजगी है। लोगो सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे है। घटना की न्यायिक जाॅच और 4 पुलिसकर्मीयो सहित जेलर के निलंबन के बाद कर्तव्य और ईमानदार छवि वाले सक्रिय एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान पर हुई कार्यवाही लोगों को रास नही आ रही है। सोशल मीडिया पर सवाल दर सवाल खडे कर घटना के जिम्मेदार बिस्टान थाना प्रभारी राकेश आर्य और भीकनगांव एसडीओपी प्रवीण कुमार उइके पर कार्यवाही ना होने पर सरकार को लोग कटघरे में खडा कर रहे है। सम्भवत खरगोन के इतिहास में पहली बार है की किसी शासकीय अधिकारी को हटाने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। लोगो सीएम शिवराजसिंह चौहान से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाने के विरोध में एकजुट होकर ज्ञापन देने की भी तैयारी कर रहे है। इसके लिये लोगो को एकजुट किया जा रहा है। लोगो का मानना है की जिले में अवैध धन्धे कारोबार, जुऑ, शराब और सट्टे पर जहाॅ अंकुश लगा था वही साप्रंदायिक सौहार्द भी कायम था। सीएम ने बिना सोचे समझे राजनैतिक दबाब में एसपी को हटाया है।

सूत्र बताते हैं भाजपा के पूर्व मंत्री के रिश्तेदार होने के कारण बिस्टान थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया। इस मामले को लेकर भी आलोचना की जा रही है। सरकार निष्पक्ष है तो पहले थाना इंचार्ज, एसडीओपी पर कार्यवाही करती।
उल्लेखनीय है बिस्टान थाना क्षेत्र के विचाराधीन कैदी विशन की मौत के मामले में सभी समाज संगठनों द्वारा जवाबदार पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जा रही थी लेकिन किसी भी संस्था, एनजीओ या कांग्रेस ने एसपी को हटाने या कार्रवाई करने की मांग नहीं की थी, फिर भी सीएम द्वारा एसपी को हटाया गया। इसे लेकर जिले भर के लोगों में सोशल मीडिया पर जमकर रोष देखा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया

1 शिवसेना के जिला अध्यक्ष राजू शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान को हटाना सरकार का गलत निर्णय है। तत्काल इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना चाहिये। चौहान के कार्यकाल मे अवैध गतिविधियों पर अंकुश था। साप्रंदायिक सौहार्द की स्थिती थो। जिले की कमान उन्होने अच्छे तरिके से सम्माल रखी थी। शहरवासी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपकर पुनर्विचार की मांग करेगे।

 

2 ब्राहम्ण महासभा के अध्यक्ष कुबैर जोशी ने लिखा है की माईका लाल से शायद सीएम ने सबक नही लिया इसलिये बिना जाॅच, बिना समझे, दबाब में एसपी को हटा दिया। खरगोन जिले के लोग खुला विरोध करते है और निंदा करते है। दोषीयो पर कार्यवाही करना चाहिये। लेकिन अगर ये फरमान वापस नही लिया तो लोग आन्दोलन करेगे।

3 समाजिक कार्यकर्ता अनवर जिंद्रान ने सोशल मीडिया पर लिखा की कानून व्यवस्था के साथ असामाजिक तत्वो से सख्ती से निपटने के साथ एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान के कार्यकाल में हमेशा साप्रंदायिक सौहार्द रहा है। बिस्टान मामले की न्यायिक जाॅच के खुलासे के पहले कार्यवाही गलत है। लोगो की भावना समझकर सीएम शिवराजसिंह चौहान को आपना फैसला बदलना चाहिये।

4 गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी खरगोन के सदस्य और खालसा की फौज के प्रमुख परविन्दर सिह चावला ने लिखा को एसपी को हटाना तुगलकी फरमान है। इस निर्णय को माननीय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को वापस लेना चाहिये। कोरोना काल के उनके खरगोन जिले को दिये गये योगदान को सरकार ने याद रखना चाहिये।

5 विनोद दिनेश जायसवाल ने लिख की ये सिर्फ और सिर्फ वोट बैक की राजनीति है। क्या एसपी को हटाने से समास्या का हल हो जायेगा।

6 सेवानिवृत्त इंजीनियर एम आर पाटीदार ने लिखा की गलत निर्णय हो गया है। पुनर्विचार होना चाहिये।

7 बडवाह से विकास पवार ने लिखा मामा ये कैसा न्याय एक की मौत पर एसपी को हटाया, इन्दौर इच्छापुर मार्ग पर सैकडो मर रहे फिर भी सडक नही बनवा रहे हो।

8 – मुलठान के विरेन्द्र सिह ने तो सीएम के निर्णय को तालिबानी कानून बता दिया। बिना जाॅच के पहली बार तबादला

9 – पत्रकार उमेश रेवलिया लिखते है की ईमानदार छवि वाले सक्रिय एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान पर हुई कार्यवाही गलत है। मुख्यमंत्री ने ना जाने किस दबाब में निर्णय लिया है। जिम्मेदार बिस्टान थाना प्रभारी राकेश आर्य और भीकनगांव एसडीओपी प्रवीण कुमार उइके।