Bisleri Deal : बोतलबंद पानी बिसलेरी के ‘टाटा’ की होने के आसार!

रमेश चौहान की बेटी का संभालने इनकार, इसलिए बेचने का फैसला

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Bisleri Deal : बोतलबंद पानी बिसलेरी के ‘टाटा’ की होने के आसार!

Mumbai : रमेश चौहान बिसलेरी इंटरनेशनल को बेचने जा रहे हैं। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) बिसलेरी को 6 से 7 हजार करोड़ रुपए में बिसलरी खरीद रहा है। सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड थम्स अप, गोल्ड स्पॉट और लिम्का को कोका-कोला को बेचने के लगभग तीन दशक बाद उन्होंने पानी की बोतल का बिजनेस भी बेचने का फैसला किया।

रमेश चौहान ने कहा कि वे अपने पैकेज्ड पानी के कारोबार के लिए एक खरीदार की तलाश कर रहे हैं। टाटा कंज्यूमर सहित कई प्लेयर्स से बात कर रहे हैं। टाटा के साथ 7 हज़ार करोड़ की डील अभी फाइनल नहीं हुई। 82 साल के चौहान का कहना है कि बिसलेरी को विस्तार के अगले लेवल पर ले जाने के लिए उनके पास योग्य उत्तराधिकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि बेटी जयंती कारोबार में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखती। बिसलेरी भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर कंपनी है। डील के तहत वर्तमान मैनेजमेंट दो साल तक जारी रहेगा।

चौहान ने कहा कि टाटा ग्रुप मेरे बिजनेस की और भी बेहतर तरीके से देखभाल करेगा और आगे बढ़ाएगा। मुझे टाटा का कल्चर पसंद है, इसलिए अन्य खरीदारों के बावजूद मैंने टाटा को चुना। कहा जाता है कि बिसलेरी को खरीदने के लिए रिलायंस रिटेल, नेस्ले और डेनोन सहित कई दावेदार थे।

मिनरल वाटर ब्रांड ‘बिसलेरी’ को भारत में पॉपुलर बनाने वाले रमेश चौहान का जन्म 17 जून 1940 को जयंतीलाल और जया चौहान के यहां मुंबई में हुआ था। उनके दोस्त उन्हें ‘आरजेसी’ के नाम से बुलाते हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट किया है। हमेशा अपने समय से आगे रहने के लिए जाने जाने वाले चौहान ने 27 साल की उम्र में भारतीय बाजार में बोतलबंद मिनरल वाटर पेश किया था।

चौहान चैरिटी में लगाएंगे पैसा
रमेश चौहान ने कहा कि सौदे के बाद वे बिसलेरी में माइनॉरिटी स्टेक भी नहीं रखेंगे। बिजनेस को बेचने के बाद उन्हें कंपनी में माइनॉरिटी स्टेक होल्ड करने का कोई कारण नजर नहीं आता। बोतलबंद पानी के कारोबार से बाहर निकलने के बाद वे वह वाटर हार्वेस्टिंग, प्लास्टिक रीसाइक्लिंग जैसे पर्यावरण और चैरिटी से जुड़े कामों पर फोकस करना चाहते हैं।

अगले साल 220 करोड़ लाभ का अनुमान
FY-2023 के लिए बिसलेरी ब्रांड का कारोबार 220 करोड़ रुपए के प्रॉफिट के साथ 2,500 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। मार्च 2021 को खत्म साल में कंपनी ने 1,181.7 करोड़ रुपए की बिक्री और 95 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दर्ज किया। मार्च 2020 को खत्म वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू 1,472 करोड़ रुपए था और 100 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दर्ज किया था।