
जबलपुर में दशहरा चल समारोह के दौरान भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत, हवाई फायरिंग से अफरा-तफरी
जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में शुक्रवार देर रात दशहरा चल समारोह के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हिंसा में बदल गया। कांचघर चौक पर हुई इस झड़प में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर कुर्सियाँ और डंडे चलाए, वहीं मौके पर हवाई फायरिंग की आवाज से अफरा-तफरी मच गई।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के चार थाना क्षेत्रों का पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया। घटना के दौरान कई लोग घायल हुए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
कार्यक्रम के दौरान विवाद कैसे भड़का
जानकारी के अनुसार, दशहरा चल समारोह के दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने अपने-अपने मंच लगाए थे। इसी दौरान कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया और भाजपा के पूर्व विधायक अंचल सोनकर के समर्थकों के बीच किसी मुद्दे को लेकर बहस शुरू हो गई।
कुछ ही देर में कहासुनी मारपीट में बदल गई और मंचों से कुर्सियाँ फेंकी जाने लगीं। इसी बीच कुछ लोगों ने हवाई फायरिंग कर दी, जिससे भगदड़ मच गई और लोग जान बचाकर भागने लगे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हंगामे की खबर मिलते ही कंट्रोल रूम से वरिष्ठ अधिकारियों ने चार थाना क्षेत्रों का बल मौके पर भेजा। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया और दोनों पक्षों के समर्थकों को अलग कर शांत किया।
पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और घटना के वीडियो फुटेज व CCTV कैमरों की मदद से पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू की है।
प्रारंभिक जांच और आगे की कार्रवाई
जबलपुर पुलिस का कहना है कि घटना की वजह और गोली चलाने वालों की पहचान के लिए जांच जारी है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हवाई फायरिंग की पुष्टि हुई है लेकिन अब तक किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि फायरिंग में इस्तेमाल हथियार लाइसेंसी था या अवैध।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और विरोधाभास
इस कार्यक्रम में स्थानीय राजनीति के दो बड़े ध्रुव—कांग्रेस और भाजपा—आमने-सामने थे। दोनों दलों के समर्थकों के बीच वर्षों से चली आ रही राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और आपसी विरोध इस झड़प में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
हालांकि प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए राजनीतिक हस्तक्षेप से परे जांच का भरोसा दिया है।
स्थानीय लोगों में दहशत
घटना के बाद से क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है और देर रात तक इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। स्थानीय निवासियों ने बताया कि गोली चलने की आवाज सुनकर लोग घरों में छिप गए थे। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो भी साझा किए हैं
पुलिस का बयान
जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया- “स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है और वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
कुल मिलाकर दशहरा जैसे धार्मिक उत्सव में इस तरह की राजनीतिक हिंसा ने शहर की शांति व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में एहतियातन गश्त बढ़ा दी है और भविष्य में ऐसे आयोजनों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी किए हैं।





