Social Media Post पर BJP अध्यक्ष ने प्रवक्ता से स्पष्टीकरण मांगा

BJP के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कई पोस्ट करके अपना गुस्सा जाहिर किया

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Bhopal : बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और इंदौर के वरिष्ठ नेता उमेश शर्मा ने पिछले दिनों इंदौर में एक पार्टी पदाधिकारी हर्षवर्धन बर्वे की नियुक्ति पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी थी। बाद में उन्होंने अपने कमेंट सोशल मीडिया से हटा भी दिए थे! लेकिन, पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांग लिया है।                                                    IMG 20220219 WA0087

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने उमेश शर्मा को भेजे पत्र में लिखा है ‘इंदौर नगर में हुई एक नियुक्ति को लेकर आपके द्वारा 17 फरवरी को सोशल मीडिया पर अनर्गल लिखा गया। आपको आगाह करने के पश्चात भी आपके द्वारा बार-बार पार्टी नेतृत्व के निर्णय पर प्रतिकूल टिप्पणी की जाती रही है। आपका यह कृत्य अमर्यादित आचरण के दायरे में आता है, जिससे जनता के बीच पार्टी की छवि धूमिल होती है। अतः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माननीय विष्णु दत्त शर्मा जी के समक्ष आप पत्र प्राप्ति के 7 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण देवें। क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाए।

ये कारण था उमेश शर्मा की नाराजी का 

उल्लेखनीय है कि उमेश शर्मा ने अपनी नाराजी में शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे पर भी उंगली उठाई थी। सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी के पीछे हर्षवर्धन बर्वे को सोशल मीडिया जिला संयोजक बनाया जाना है। उन्होंने हर्षवर्धन बर्वे के परिवार को कांग्रेसी बताया और अपनी पोस्ट में लिखा था ‘मैं अनुशासित हूं गुलाम नहीं, गौरव बाबू ऐसा तो आपको इंदौर भाजपा चलाने नहीं देंगे! जब आप कांग्रेसी थे, तब हम आपकी सरकार की लाठियां झेल रहे थे! जब मैं पार्षद चुनाव लड़ा था, तब हर्षवर्धन बर्वे के पिता और दादा धुर कांग्रेसी थे। गौरव बाबू आपकी पृष्ठभूमि एनएसयूआई की है, तो क्या पूरी बीजेपी ऐसी बना दोगे!’

आईडीए अध्यक्ष नहीं बन पाने का दुःख

उमेश शर्मा ने यह भी लिखा ‘फिलहाल लिख नहीं रहा हूं, इसका मतलब ये नहीं की लिखूंगा नहीं! लिखूंगा तो 32 किमी लंबा देवास से इंदौर जितना लिखूंगा। पार्टी में योग्यता का कत्ल हो रहा है।’ उनका ये इशारा जयपाल सिंह चावड़ा की तरफ था, जिन्हें इंदौर के बीजेपी नेताओं की अनदेखी करते हुए इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) का अध्यक्ष बनाया गया है। ‘इंदौर गौरव’ का दिन तय करने के लिए प्रशासन ने जो समिति बनाई है, उसमें भी इंदौर के बीजेपी नेताओं को किनारे करते हुए जयपाल सिंह चावड़ा को शामिल किया गया है। शहर का और कोई नेता तो इस पर बोल नहीं पा रहा, पर उमेश शर्मा अपनी पीड़ा दबा नहीं पाए!