BJP: मंत्री-विधायक की टीम बतायेगी, किस समाज की किस दल में रुचि और विरोध

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BJP: मंत्री-विधायक की टीम बतायेगी, किस समाज की किस दल में रुचि और विरोध

भोपाल: प्रदेश में चुनाव का समय नजदीक आने के साथ भाजपा प्रदेश की समाज संख्या और दलों के प्रति सामाजिक रुझान की जानकारी जुटाएगी। इसके लिए मंत्रियों और विधायकों की टीम बनाकर उसे सामाजिक समूह बताया गया है और समाज से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह समूह बैठकों में संभाग और जिलावार जानकारी जुटाने के काम में लगा है और इसके आधार पर चुनाव के समय बैठकें करने और सामाजिक संतुलन साधने का काम किया जाएगा। बीजेपी यह भी पता कर रही है कि अगर किसी समाज के नेता को टिकट दिया तो उसके विरोध में किस समाज के लोग अपना प्रत्याशी खड़ा कर सकते हैं।

बूथ लेवल मैनेजमेंट के साथ भाजपा चुनाव में सामाजिक दृष्टिकोण को साधने की भी तैयारी में जुट गई है। इसके लिए मंत्रियों और विधायकों का एक समूह सामाजिक समूह के नाम पर बनाया गया है जिसमें मंत्री गोपाल भार्गव, तुलसी सिलावट, मोहन यादव, भारत सिंह कुशवाह, सांसद गजेंद्र पटेल, विधायक रामपाल सिंह, प्रदीप लारिया को शामिल किया गया है। मंत्री कुशवाह के निवास पर इस सामाजिक समूह की दो बैठकें एक माह के अंतराल में हो चुकी हैं और अब तीसरी बैठक की तैयारी है।

सूत्र बताते हैं कि मंत्रियों और विधायकों का यह समूह अप्रेल माह में अलग-अलग बैठकों के माध्यम से तैयार होने वाली रिपोर्ट प्रदेश संगठन को सौंप सकता है। इसके बाद संगठन और सरकार सामाजिक परिस्थितियों की रिपोर्ट पर अपनी भावी रणनीति तय करेंगे।

समूह इस नीति पर कर रहा फोकस

मंत्रियों और विधायकों के इस सामाजिक समूह में मुख्य रूप से यह देखा जा रहा है कि जिलों में विधानसभा वार सामाजिक स्थिति क्या है? किस विधानसभा में किस समाज के लोगों का बहुतायत है और उनका रुझान किस राजनीतिक दल की ओर है। समूह यह जानकारी भी जुटा रहा है कि चुनाव के समय किस समाज के व्यक्ति को टिकट देने पर कौन से समाज के लोग विरोध कर सकते हैं और चुनाव में इसका क्या असर संभावित होगा? इसके अलावा सामाजिक नेताओं और सर्वसमाज में लोकप्रिय व्यक्तियों की भी जानकारी जुटाने का काम किया जा रहा है। कुल मिलाकर पार्टी चाहती है कि अगर टिकट वितरण के दौरान सामाजिक बाहुल्य के विरोध की स्थिति बने तो उसे कैसे मैनेज किया जा सकता है? इस पर भी समूह की अनुशंसा संगठन और सरकार को जाएगी।

बूथ लेवल पर भी टीम करेगी काम

उधर बीजेपी संगठन ने इसको लेकर बूथ लेवल पर भी माइक्रोप्लानिंग में काम शुरू कर रखा है। पन्ना समिति और बूथ समितियों के साथ शक्ति केंद्र यह जानकारी रखेंगे कि उनके किस बूथ और किस क्षेत्र में किस समाज के लोगों की संख्या अधिक है। इसके माध्यम से चुनाव के समय सामाजिक सम्मेलन कराए जाएंगे और पार्टी की योजनाओं से अवगत कराने का काम किया जाएगा।