BJP & Uma Bharti : आखिर भाजपा और उमा भारती में गुत्थी कहां उलझी!   

स्टार प्रचारक नहीं बनाया, फिर भी प्रचार में अचानक उतारा!

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BJP & Uma Bharti : आखिर भाजपा और उमा भारती में गुत्थी कहां उलझी!   

Bhopal : उमा भारती लंबे समय से अपनी अजीब से बयानों और हरकतों को लेकर चर्चा में रहती हैं। कभी वे सरकार की शराब नीति का विरोध करती हैं, शराब दुकानों पर पत्थर फेंकती हैं तो कभी पुरातत्व के अधीन मंदिरों के सामने धरना देकर बैठ जाती है। इसी वजह से उन्हें चुनाव प्रचार से अलग रखा और स्टार प्रचारकों की 40 की सूची में भी उनका नाम नहीं था। फिर भी कुछ जगह उन्होंने प्रचार अभियान में हिस्सा लिया। इससे लगता है कि भाजपा तय नहीं कर पा रही कि उनके बारे में क्या किया जाए!

उमा भारती ने गुरुवार को ‘X’ पर चार पोस्ट किए, जो वे अकसर करती हैं। उन्होंने लिखा कि किस तरह उन्हें बीच प्रचार में बुलाया गया, पर अब वे आगे कोई प्रचार नहीं करेंगी। इसलिए कि वे किसी प्रत्याशी को संकट में नहीं डालना चाहती। उमा भारती ने सभा खराब होने की शंका भी जाहिर की।

लगता है कि उमा भारती को लेकर भाजपा स्पष्ट नहीं है कि उनसे इस विधानसभा चुनाव में प्रचार करवाए या नहीं! बात यह है कि पहले खुद उमा भारती का प्रचार न करने का एलान किया। इसके बाद भाजपा ने उन्हें स्टार प्रचारक नहीं बनाया। फिर अचानक उमा की सभाएं और दौरा कार्यक्रम तय हो गया। इसके बाद उमा का एक बार फिर सभा न करने की बात कहना। इस सबका संकेत है कि भाजपा और उमा के बीच कहीं न कहीं तनाव तो है। पार्टी उन्हें लेकर कुछ फैसला नहीं कर पा रही। उनकी भूमिका पर भी सस्पेंस बना हुआ है।

 

उमा भारती के X पर पोस्ट

उमा भारती ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा ‘सागर जिले की सुरखी विधानसभा से जो तकनीकी कठिनाई आई कि स्टार प्रचारक अश्विनी वैष्णव जी वहां थे। मैं मोबाइल से भोपाल से उस सभा में भाषण कर रही थी। वैष्णव जी ने वहां पहुंचकर अपना बड़प्पन दिखाया अन्यथा गोविंद सिंह को लाभ की जगह हानि पहुंच गई होती।

एक अन्य पोस्ट में उमा ने अचानक बने इस प्रचार दौरे पर बताया कि मेरा तो झांसी में इलाज चल रहा था। मुझे तो यहां बुलवा लिया गया और फिर मैं प्रचार में पहुंच भी नहीं सकी। मुझे बुलाने वाले उम्मीदवारों ने सर्वत्र मेरे आने की चर्चा भी कर दी, अब मैं उनके लिए चिंतित हूं कि सुरखी जैसा सब जगह न हो जाए।

एक अन्य पोस्ट में बताया कि अब मुझे आगे किसी उम्मीदवार को संकट में नहीं डालना। इसलिए अब मेरी कोई सभा नहीं होगी, सिर्फ भगवान से सबकी विजय के लिए प्रार्थना होगी। मैं स्वयं से वचनबद्ध हूं कि देश का,राज्य का और मोदी जी का कभी अहित नहीं करूंगी। 15 तारीख को दोपहर को टीकमगढ़ पहुंच जाऊंगी क्योंकि 17 को सुबह अपने गांव में वोट डालना है।