Bribe Demanded for Certified Copy : रजिस्ट्री की सर्टिफाइड कॉपी के लिए रजिस्ट्रार ने 10 लाख मांगे! 

शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए, अभी तक चार शिकायत मिली! 

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Bribe Demanded for Certified Copy : रजिस्ट्री की सर्टिफाइड कॉपी के लिए रजिस्ट्रार ने 10 लाख मांगे! 

Indore : स्टाम्प ड्यूटी चोरी का मामला सामने आने के बाद पंजीयन कार्यालय में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया। पीड़ित ने रजिस्ट्रार की नामजद शिकायत करते हुए 10 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता अंकित पिता सुरेंद्र यादव ने कलेक्टर से इस मामले की शिकायत की है। शर्मा के खिलाफ अब तक चार शिकायतें मिल चुकी हैं।

अपनी शिकायत में अंकित यादव ने बताया कि मेरे पिता के निधन के बाद कुछ लोगों ने षड्यंत्रपूर्वक दो प्लॉट उनसे खरीदना बता दिए। मैंने इस मामले की शिकायत बाणगंगा थाने में की। संतोष पिता तुकाराम गावड़े की पत्नी सरस्वती गावड़े ने मेरे प्लॉट की रजिस्ट्री दूसरे लोगों को कर दी। मैंने जब दो प्लॉट की रजिस्ट्री की सर्टिफाइड कॉपी के लिए इंदौर-1 के रजिस्ट्रार ऑफिस में शिकायत की, तो एक महीने तक मुझे कोई जवाब नहीं दिया गया। मैं जब रजिस्ट्रार कार्यालय गया तो मुझे वहां के बाबू प्रदीप निगम ने रजिस्ट्रार दीपक शर्मा से मिलने को कहा। दीपक शर्मा से मिलने पर उन्होंने बताया कि आपके प्रकरण की जांच चल रही है।

मैंने पूछा किस बात की जांच तो रजिस्ट्रार दीपक शर्मा ने कहा कि जांच के दौरान सर्टिफाइड कॉपी नहीं दी जा सकती। फिर मुझे दो-तीन दिन बाद आने को कहा गया। तब मुझे शर्मा ने कैलकुलेटर में 10 लाख रुपए लिखकर दिए और कहा कि इतना पैसा दे दोगे तो अगले ही दिन सर्टिफाइड कॉपी मिल जाएगी।

 

मामले की कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए 

जिला पंजीयक अमरेश नायडू ने बताया कि वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा के बारे में कलेक्टर आशीष सिंह से कुछ लोगों ने शिकायत की थी। कलेक्टर ने इसकी जांच मुझे सौंपी है। नायडू ने कहा कि जांच शुरू कर दी है। इसके तहत रिकॉर्ड रूम से तथ्य जुटाए जा रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपेंगे।

 

देवास ट्रांसफर के बाद शिकायतें मिली 

अमरेश नायडू ने बताया कि रजिस्ट्रार दीपक शर्मा का इंदौर से 17 जून को देवास ट्रांसफर हो चुका है। उनके खिलाफ ट्रांसफर के बाद ही शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों में सबसे पहले अंकित यादव, राहुल चौहान, अमित सिंह ठाकुर, शिकायतें कर चुके हैं। नायडू का कहना है कि यदि हमें और भी शिकायतें मिलती हैं तो हम सभी की एक साथ जांच करेंगे।

दीपक शर्मा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मामले की शिकायत कैसे आई इसकी जांच जरूरी है, जांच करने का अधिकार और रिकॉर्ड रूम खोलने का अधिकार किसे है, इसका परीक्षण भी होना चाहिए। मैं इस मामले में शासन के समक्ष अपना पक्ष रखूंगा। जरूरी हुआ तो कोर्ट की शरण भी लूंगा।