Businessman Committed Suicide : बीमार कारोबारी ने सी-लिंक से छलांग लगा दी!
Mumbai : अवसादग्रस्त एक व्यवसायी ने सोमवार सुबह बांद्रा-वर्ली सी लिंक से कूदकर जान दे दी। सोमवार शाम से उसका तलाशी अभियान जारी है।
खार के निवासी 57 साल टीकम लक्ष्मणदास मखीजा तीन महीने पहले एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे। उन्हें सर्जरी करानी पड़ी, इस कारण उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं शुरू हो गई। वे अकसर अपने परिवार के लोगों से कहते थे कि वे जीना नहीं चाहते और मरना चाहते हैं।
सोमवार सुबह लगभग साढ़े 5 बजे, सी लिंक पर एक सुरक्षा गार्ड ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए देखा कि एक व्यक्ति ने अपनी सफेद कार दक्षिण की और जाने वाली सड़क पर रोक दी थी और वहां खड़ा होकर समुद्र की तरफ देखता रहा। गार्ड ने तुरंत मुंबई पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित किया जिसने वर्ली पुलिस स्टेशन को सूचना दी। इसी बीच दूसरा गार्ड बाइक से मौके पर पहुंचा। हालांकि, जब तक वह मौके पर पहुंचे, तब तक मखीजा पुल से छलांग लगा चुका था।
जैसे ही वह समुद्र में कूदा वर्ली पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और घटना के बारे में नौसेना, तटरक्षक बल और फायर ब्रिगेड को सतर्क किया। इसके तुरंत बाद एक तलाशी अभियान शुरू किया गया। डीसीपी (जोन 3) अकबर पठान ने कहा कि इस बीच उसकी पहचान के प्रयास भी शुरू किए गए थे।
टीकम मखीजा MH-01-DX-0308 वाली आई-20 कार से पहुंचे थे। यह कार दीपक खूबचंदानी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने खूबचंदानी से संपर्क किया और छलांग लगाने वाले व्यक्ति की पहचान अपने जीजा के रूप में की। एक अधिकारी ने कहा कि वे खार (वेस्ट) के रहने वाले थे और कपड़ा कारोबारी थे।
खूबचंदानी ने पुलिस को बताया कि मखीजा 3 महीने पहले कला नगर फ्लाईओवर के पास एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे। उन्हें आठ दिनों के लिए हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सिर की चोट के कारण उनकी सर्जरी की गई थी। सर्जरी ने उन पर भारी असर डाला। क्योंकि, वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे। उन्हें हर दिन नींद की गोलियां लेनी पड़ती थीं।
खूबचंदानी के अनुसार, उनकी बहन रितु रविवार रात मखीजा के साथ उनके घर आई थीं और बातचीत के दौरान उन्होंने बताया था कि कैसे मखीजा हर समय नकारात्मक बातें करते थे। अक्सर अपने दुखी जीवन को समाप्त करने की बात करता है। मखीजा के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। फायर ब्रिगेड, तटरक्षक बल और नौसेना मखीजा का पता लगाने की कोशिश की। वर्ली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक रवींद्र काटकर ने कहा कि हम अभी तक उसका या उसके शव का पता लगाने में सफल नहीं हुए हैं।