मानसिक रोगी प्रभु का उपचार कराते हुए स्थिति सुधार कर उनके परिजनों से मिलवाया
Ratlam : परोपकार के मिशन में सेवाएं प्रदान करने वालो की मंजिल आसान होती हैं।कहते हैं ईश्वर को पाना मुश्किल है लेकिन जो दूसरों की पीड़ा समझकर निस्वार्थ भाव से सेवा से जुड़ जाते हैं उन्हें प्रभु के दर्शन हो जाते हैं।सेवा के प्रकल्प को लेकर इसी प्रकार का कार्य शहर के सागोद रोड पर स्थित नवीन अपना घर आश्रम संचालित किया जा रहा हैं।
अपना घर आश्रम के कार्यालय प्रभारी प्रदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 2 माह पूर्व ही आश्रम की शुरुआत की गई है जहां पर शहर के असहाय,बेसहारा, मानसिक रोगियों का उपचार किया जा रहा हैं।
अपना घर के सदस्यों को शहर की सड़क पर एक असहाय और मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति दिखाई दिया जिसे वह आश्रम ले आए और उनका उपचार प्रारंभ करवाया गया।दवाईयों के प्रभाव से
अर्धविक्षिप्त युवक को कुछ कुछ समझ आने लगी और उनका नाम पुछने पर उन्होंने अपना नाम प्रभु बताया उन्हें उनके घर परिवार का पता नहीं था धीरे-धीरे उपचार चला और उनकी हालत में सुधार हुआ।तब कुछ दिनों के पश्चात आश्रम से जुड़े सेवकों द्वारा प्रभु के परिजनों की खोजबीन शुरु की गई तो पता चला कि मानसिक रोगी प्रभु का नाम प्रेम सिंह गांव पिपली पाड़ा झाबुआ हैं जो कि कुछ महीनों से घर से गुमशुदा थे।
तब टीम ने पिपली पाडा के सरपंच की मदद से जब प्रभु के परिजनों से उसकी बात करवाई तो सभी की आंखों में आंसू बह निकले।आश्रम के सदस्यों ने बताया कि प्रेम सिंह के भाई शहर के सागोद रोड़ स्थित अपना घर आए और गुमशुदा भाई को पाकर बेहद खुश हुए और आश्रम के सेवा साथियों को नमन करते हुए धन्यवाद देकर अपने भाई को लेकर गांव की ओर रवाना हो गए।