
CBSE Board Exam 2026: अब साल में 2 बार होगी 10th की परीक्षा, छात्रों को मिलेगा सुधार का मौका
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 से कक्षा 10 के छात्रों के लिए बड़ी परीक्षा प्रणाली में बदलाव की घोषणा की है। अब बोर्ड परीक्षा साल में दो बार- पहली बार फरवरी में और दूसरी बार मई में- आयोजित होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली परीक्षा सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी, जबकि दूसरी परीक्षा पूरी तरह वैकल्पिक है, जिसमें छात्र तीन विषयों तक अपने नंबर सुधारने के लिए बैठ सकते हैं। दूसरी परीक्षा का रिजल्ट जून तक घोषित किया जाएगा।
नई प्रणाली के तहत, आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट) सिर्फ एक बार—पहली परीक्षा से पहले—होगा और वही दोनों परीक्षाओं के लिए मान्य रहेगा। परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किया गया है: अब 50% सवाल MCQ या केस-स्टडी आधारित होंगे, 30% सवाल दीर्घ उत्तरीय (लॉन्ग आंसर) होंगे, और 20-30% अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेंगे।
यह बदलाव नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के तहत लागू किया गया है, जिसका मकसद रट्टा मारने की बजाय समझ और कौशल पर फोकस करना है।
CBSE का कहना है कि इससे बच्चों का तनाव कम होगा, उन्हें साल में ही नंबर सुधारने का मौका मिलेगा और परीक्षा प्रणाली ज्यादा लचीली व स्टूडेंट-फ्रेंडली बनेगी।
*12वीं के लिए सवालों का पैटर्न बदला*
12वीं के लिए सवालों का पैटर्न बदला गया है। अब ज्यादा फोकस कॉन्सेप्ट और स्किल-बेस्ड सवालों पर रहेगा, जिससे रट्टा कम और समझ ज्यादा जरूरी होगी।
12वीं बोर्ड परीक्षा में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं है CBSE 12वीं की परीक्षा अभी भी साल में एक बार ही होगी, जो फरवरी से शुरू होगी। नई व्यवस्था सिर्फ 10वीं के लिए है, जिसमें दो बार परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा।





