इंदौर। सिहोर वाले पं प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में फैली अव्यवस्था पुलिस और सीहोर प्रशासन के लिए अभी तक सरदर्द बनी हुई है। ताजा मामला सीहोर प्रशासन पर एक करोड़ के दावे का है। यह दावा इंदौर निवासी शुभम शर्मा और उनकी माताजी विजया शर्मा की ओर से लगाया गया है।
दिनांक 16 फरवरी को शुभम शर्मा और उनकी माताजी राज्य उपभोक्ता फोरम में एक प्रकरण के सिलसिले में जा रहे थे। इंदौर से सुबह 6 बजे शुभम शर्मा और उनकी माताजी भोपाल के लिए रवाना हुए। उस दिन पं मिश्रा के रुद्राक्ष वितरण आयोजन को लेकर खासी भीड़ जमा थी। आष्टा से ही भोपाल रूट पर जाम लग गया था। शुभम शर्मा और उनकी माताजी करीब बीस घंटे से ज्यादा समय तक बिना खाए पिए इस जाम में फंसे रहे। खास बात यह रही कि ये लोग राज्य उपभोक्ता फोरम में भी समय से उपस्थित नहीं हो पाए। पीड़ित शर्मा परिवार ने अपने अधिवक्ता आनंद सोसरिया के माध्यम से सीहोर कलेक्टर, एसपी और पं प्रदीप मिश्रा को नोटिस भेजा है।
बीस घंटे से ज्यादा की प्रताड़ना झेली
अधिवक्ता सोसरिया द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया कि उनके पक्षकार ने बीस घंटे से ज्यादा की प्रताड़ना झेली। कड़कड़ाती धूप में अत्यंत असहज परिस्थिति में गुजारे गए कठिन पल काफी पीड़ादायक थे। इस दौरान ना ट्रेफिक पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया और ना ही जिला प्रशासन ने समूचित कदम उठाए। लाखों लोगों जाम में फंसे रहे, जिनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल थी। ना पानी नसीब हुआ और ना ही खाने को कुछ मिला।